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उत्तराखंड का ‘सपना सच’ प्रोग्राम: सुपर 100 के जरिये मेधावी छात्रों को मिलेगा मेडिकल-इंजीनियरिंग का फ्री पास

Uttarakhand's 'Sapna Sach' program: Brilliant students will get free pass for medical-engineering through Super 100

देहरादून, 4 जून 2025: उत्तराखंड सरकार ने सरकारी स्कूलों के होनहार विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने की दिशा में एक बड़ी पहल की है। ‘सुपर 100’ नाम की इस योजना के अंतर्गत राज्यभर से चुने गए 100 मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडिकल और इंजीनियरिंग की कोचिंग बिल्कुल निःशुल्क दी जाएगी। यह कार्यक्रम उन विद्यार्थियों के लिए वरदान साबित हो सकता है जो संसाधनों की कमी के बावजूद बड़े सपने देखते हैं।

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मिलेगी सशक्त तैयारी
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस योजना को प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम बताया है। उन्होंने कहा कि इससे उन छात्रों को लाभ मिलेगा जो प्रतिभाशाली तो हैं लेकिन आर्थिक रूप से पिछड़े हैं। चयन परीक्षा के आधार पर चुने गए 100 छात्रों को न केवल कोचिंग दी जाएगी, बल्कि उनके रहने, खाने और अध्ययन सामग्री की भी मुफ्त व्यवस्था की गई है।

45 दिनों की कठोर ट्रेनिंग, हर सुविधा मुफ्त
यह विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम 1 जून से शुरू होकर 15 जुलाई 2025 तक चलेगा। 45 दिनों की इस अवधि में छात्रों को एक अनुशासित माहौल में मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी कराई जाएगी। छात्रों की प्रगति पर निरंतर नजर रखी जाएगी और समय-समय पर उनका मूल्यांकन भी किया जाएगा।

करियर गाइडेंस और प्रेरणादायक संस्थागत भ्रमण भी शामिल
इस कोचिंग प्रोग्राम को केवल पढ़ाई तक सीमित नहीं रखा गया है। छात्रों को देश के प्रतिष्ठित संस्थानों का भ्रमण कराने, सफल लोगों से मिलने और करियर से जुड़े अहम सुझाव देने की भी योजना बनाई गई है। ताकि वे न सिर्फ परीक्षा पास करें, बल्कि भविष्य की दिशा भी तय कर सकें।

‘अवंती फेलोज’ संस्था की भागीदारी
इस पूरे कार्यक्रम में शिक्षा विभाग को अवंती फेलोज संस्था का सहयोग प्राप्त हो रहा है। संस्था प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में विशेषज्ञता रखती है और छात्रों को बेहतर शैक्षणिक अनुभव दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

शिक्षा मंत्री का संदेश: मेहनत ही सफलता की चाबी
शिक्षा मंत्री ने छात्रों को इस मौके का भरपूर फायदा उठाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सुपर 100 एक सुनहरा अवसर है, लेकिन सफलता तभी संभव है जब छात्र पूरी निष्ठा और अनुशासन से पढ़ाई करें। उन्होंने मॉक टेस्ट, सिलेबस समझने और मानसिक तनाव से दूर रहने के टिप्स भी साझा किए।

 

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