श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस ने अपने छह विधायकों को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के समक्ष शपथ दिलाने से मना कर दिया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव और कांग्रेस विधायक दल के नेता गुलाम अहमद मीर ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल न करने के विरोध में लिया गया है।
मीर ने कहा, “हमारे छह विधायकों में से कोई भी आज उपराज्यपाल के सामने शपथ नहीं लेगा। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ हमारा प्रतीकात्मक विरोध है, जिसने जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा अब तक बहाल नहीं किया है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस राज्य का दर्जा बहाल किए बिना किसी भी मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं बनेगी।
हालांकि, मीर ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) सरकार का समर्थन करेगी और उनके बीच मंत्रिमंडल पदों को लेकर कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा, “एनसी-कांग्रेस गठबंधन का आंतरिक मामला मंत्रिमंडल के स्थानों से जुड़ा है, लेकिन हमारा प्रमुख मुद्दा राज्य का दर्जा बहाल करना है।”
कांग्रेस विधायक जम्मू-कश्मीर विधानसभा की शपथ लेंगे, क्योंकि मीर के अनुसार, “विधानसभा हमारी अपनी है, किसी पार्टी विशेष की नहीं।” इस बीच, उमर अब्दुल्ला आज सुबह 11:30 बजे जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। रिपोर्ट के अनुसार, आठ सदस्यीय मंत्रिमंडल में फिलहाल सिर्फ नेशनल कॉन्फ्रेंस के सदस्य ही शामिल होंगे, जो उपराज्यपाल द्वारा शपथ लेंगे।
कांग्रेस का यह रुख स्पष्ट करता है कि राज्य का दर्जा बहाली का मुद्दा उनके लिए प्राथमिकता है, और इसे लेकर उनका विरोध आगे भी जारी रहेगा।