उत्तराखंड

उत्तराखण्ड में एमएसएमई को सशक्त बनाने हेतु RAMP कार्यक्रम के तहत ‘Competitive Composite Workshop’ आयोजित

एमएसएमई क्षेत्र की प्रतिस्पर्धा, स्थिरता और नवाचार को बढ़ावा देने पर केंद्र व राज्य सरकार का साझा फोकस

सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई), भारत सरकार द्वारा उद्योग विभाग, उत्तराखण्ड सरकार के सहयोग से विश्व बैंक समर्थित “रेजिंग एंड एक्सेलरेटिंग एमएसएमई परफॉर्मेंस (RAMP)” कार्यक्रम के तहत एक Competitive Composite Workshop का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला का उद्देश्य उत्तराखण्ड सहित पूरे देश में एमएसएमई क्षेत्र को सशक्त बनाना और उद्यमियों को मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देना था।

कार्यक्रम में केंद्र और राज्य सरकार की प्रमुख योजनाएं जैसे “एमएसएमई चैंपियंस योजना” और “राष्ट्रीय एससी/एसटी हब योजना” पर चर्चा की गई। साथ ही RAMP कार्यक्रम की नई पहलें — MSE GIFT (ग्रीन इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंसिंग फॉर ट्रांसफॉर्मेशन), MSE SPICE (सर्कुलर इकोनॉमी निवेश), MSME TEAM (ट्रेड एनेबलमेंट एंड मार्केटिंग) और ऑनलाइन डिस्प्यूट रेजोल्यूशन स्कीम फॉर डिलेयड पेमेंट्स पर भी विस्तृत जानकारी दी गई।

कार्यशाला में TREDS, ईएसजी (ESG) तथा वित्तीय सहायता योजनाओं से संबंधित उपयोगी जानकारियां भी साझा की गईं।


💬 मुख्य अतिथि के विचार:

मुख्य अतिथि श्री विनय शंकर पांडेय, सचिव (मा० मुख्यमंत्री, एमएसएमई एवं औद्योगिक विकास, उत्तराखण्ड सरकार) ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था में एमएसएमई क्षेत्र का बहुत बड़ा योगदान है।
उन्होंने बताया कि —

“उत्तराखण्ड में लगभग 3.80 लाख एमएसएमई कार्यरत हैं, जो राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में 47 प्रतिशत का योगदान कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार RAMP कार्यक्रम के माध्यम से एमएसएमई की प्रतिस्पर्धा, स्थिरता और नवाचार बढ़ाने की दिशा में सतत प्रयासरत है।


🌱 मंत्रालय के प्रतिनिधियों के विचार:

सुश्री अंकिता पांडेय, निदेशक, एमएसएमई मंत्रालय ने उत्तराखण्ड सरकार की सक्रिय भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्य ने उद्यमों के लिए एक अनुकूल वातावरण तैयार किया है।
उन्होंने बताया कि MSME TEAM पहल के अंतर्गत डिजिटल व्यापार को प्रोत्साहित किया जा रहा है और ONDC (Open Network for Digital Commerce) के माध्यम से एमएसएमई को नए बाजारों से जोड़ा जा रहा है।

डॉ. सौरभ गहरवार, महानिदेशक एवं आयुक्त उद्योग, उत्तराखण्ड ने उद्यमियों से आग्रह किया कि वे मंत्रालय की योजनाओं का पूरा लाभ उठाकर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाएं।
श्री अनुपम द्विवेदी, संयुक्त निदेशक, उद्योग निदेशालय, ने बताया कि राज्य में RAMP गतिविधियों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।


🤝 साझेदारी और सहभागिता:

कार्यशाला में SIDBI, NSIC, Invoicemart और Polestarre (ONDC Seller Network Participant) के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
उन्होंने वित्तीय सहायता, डिजिटल मार्केटिंग और क्षमता विकास पर अपने अनुभव साझा किए।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में एमएसएमई उद्यमियों, उद्योग संघों, बैंकों, वित्तीय संस्थानों और सरकारी अधिकारियों ने सहभागिता की।

मुख्य प्रतिभागियों में —
आईएयू अध्यक्ष श्री पंकज गुप्ता,
सीआईआई निदेशक श्री गौरव लाम्बा,
पीएचडीसीसीआई निदेशक श्री राजीव सिंह,
लघु उद्योग भारती से श्री केतन भारद्वाज,
यूआईडब्ल्यूए अध्यक्ष श्री सुनील उनियाल,
एसएएमयू अध्यक्ष श्री हरेन्द्र गर्ग,
आईआईई अध्यक्ष श्री तरूण गोयल सहित अनेक उद्यमी उपस्थित रहे।


🌄 कार्यक्रम का निष्कर्ष:

कार्यशाला का समापन उत्तराखण्ड में एमएसएमई क्षेत्र की सतत और प्रतिस्पर्धी प्रगति के सामूहिक संकल्प के साथ हुआ।
यह आयोजन राज्य के औद्योगिक विकास में एक नई ऊर्जा और दिशा प्रदान करेगा।

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