Blogउत्तराखंडतकनीकदेहरादूनसामाजिक

उत्तरजन टुडे ने मनाया स्थापना का 9वां वर्ष, सम्मान समारोह और ‘मंथन’ संगोष्ठी बने मुख्य आकर्षण

Uttarjan Today celebrated its 9th year of establishment, felicitation ceremony and 'Manthan' seminar became the main attraction

देहरादून, 11 मई 2025 — उत्तराखंड की प्रसिद्ध पत्रिका उत्तरजन टुडे ने अपने गौरवपूर्ण 9 वर्षों की यात्रा को भव्य समारोह के रूप में मनाया। यह आयोजन देहरादून के होटल पर्ल एवेन्यू में प्रातः 10 बजे आरंभ हुआ, जिसमें राज्य के अनेक सामाजिक, शैक्षिक और तकनीकी क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

मुख्य मंच पर बंसीधर तिवारी, साथ में एस. पी. ध्यानी और ताजबर सिंह

कार्यक्रम में श्री बंसीधर तिवारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ श्री एस. पी. ध्यानी और श्री ताजबर सिंह ने विशिष्ट अतिथि के रूप में समारोह की शोभा बढ़ाई। सभी अतिथियों ने उत्तरजन टुडे की निरंतर प्रगति और समाज के प्रति उसकी प्रतिबद्धता की सराहना की।

‘मंथन’ संगोष्ठी में गूंजा पहाड़ों के विकास का मुद्दा

समारोह में ‘मंथन: पहाड़ कैसे हो आबाद?’ विषय पर एक विशेष संगोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें राज्य के पहाड़ी इलाकों में हो रहे पलायन, रोजगार के अभाव, शिक्षा की चुनौतियों और संसाधनों के समुचित उपयोग पर विस्तृत चर्चा हुई। वक्ताओं ने पहाड़ों को बसाए रखने के लिए युवाओं को तकनीक और स्थानीय व्यवसायों से जोड़ने की आवश्यकता बताई।

डिजिटल क्षेत्र में आकाश शर्मा को मिला सम्मान

इस कार्यक्रम में एआई और डेटा साइंस के क्षेत्र में योगदान देने वाले आकाश शर्मा को डिजिटल एक्सपर्ट अवार्ड से नवाजा गया। उन्होंने तकनीक के माध्यम से समाज में जागरूकता और डिजिटल परिवर्तन लाने का उल्लेखनीय कार्य किया है।

NACO और USACS ने AIDS जागरूकता का दिया संदेश

कार्यक्रम में National AIDS Control Organisation (NACO) और USACS की भागीदारी भी देखने को मिली। इन संगठनों ने AIDS हेल्पलाइन 1097 के प्रचार के माध्यम से युवाओं को सुरक्षित और जागरूक जीवन जीने का संदेश दिया।

उत्तरजन टुडे: 9 वर्षों की सामाजिक पत्रकारिता का प्रतीक

अपनी 9 साल की यात्रा में उत्तरजन टुडे ने उत्तराखंड की संस्कृति, समस्याओं और संभावनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया है। यह आयोजन न सिर्फ एक उपलब्धि का उत्सव था, बल्कि आगे भी समाज से जुड़ी जिम्मेदार पत्रकारिता जारी रखने का संकल्प था।

Related Articles

Back to top button