सुरक्षित स्नान घाटों का अभाव, श्रद्धालुओं को उठाना पड़ेगा जोखिम
उत्तरकाशी स्थित चारधाम के पहले तीर्थ यमुनोत्री में इस बार भी श्रद्धालुओं को यमुना नदी के किनारे बोल्डर और पत्थरों के सहारे जोखिम भरी डुबकी लगानी पड़ेगी। प्रशासन की ओर से अभी तक स्नान घाटों के निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया गया है।
धाम में टूटी सुरक्षा दीवार, मंदिर को खतरा
यमुनोत्री धाम के रसोई घर के पास आपदा के दौरान यमुना नदी के बीचों-बीच स्थित सुरक्षा दीवार ढह गई है। इससे जलस्तर बढ़ने पर मंदिर परिसर को खतरा हो सकता है। तीर्थपुरोहितों ने प्रशासन को पत्र लिखकर तत्काल सुरक्षा दीवार को हटाने और सुरक्षात्मक उपाय करने की मांग की है।
कपाट खुलने में एक महीने बचे, लेकिन निर्माण कार्य अधर में
यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलने वाले हैं, लेकिन आस्था पथ और घाटों के निर्माण कार्य को लेकर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। संबंधित विभागीय अधिकारियों के अनुसार, वित्तीय स्वीकृति न मिलने के कारण कार्य रुका हुआ है। उम्मीद जताई जा रही है कि मार्च के अंतिम सप्ताह में निर्माण कार्य शुरू हो सकता है।
2024 की आपदा से अब तक नहीं मिली राहत
पिछले साल जुलाई 2024 में आई आपदा में यमुनोत्री मंदिर परिसर और नदी तट को भारी नुकसान हुआ था। लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस सुरक्षात्मक उपाय नहीं किए गए। आपदा के बाद अस्थायी रूप से लगाए गए गुणवत्ता विहीन वायरक्रेट बारिश के दौरान खतरा उत्पन्न कर सकते हैं।
पुरोहित समाज ने जताई नाराजगी, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
तीर्थपुरोहित पुरुषोत्तम उनियाल, सुनील उनियाल, गिरीश उनियाल, राघवानंद उनियाल और प्रदीप उनियाल ने प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जुलाई से अब तक स्नान घाटों और सुरक्षा कार्यों को लेकर कोई ठोस पहल नहीं हुई। इस बार भी श्रद्धालुओं को धाम में असुविधाओं का सामना करना पड़ सकता है।
सीजन के दौरान काम शुरू करना महज बजट का दुरुपयोग
पुरोहितों का कहना है कि धाम और जानकीचट्टी-यमुनोत्री पैदल मार्ग पर सुरक्षा उपाय अभी से किए जाने चाहिए। यदि ये कार्य चारधाम यात्रा सीजन के बीच में शुरू किए जाते हैं, तो यह महज बजट का दुरुपयोग होगा।
वित्तीय स्वीकृति का इंतजार, मार्च के अंत में हो सकता है कार्य शुरू
सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता विनय बोहरा ने बताया कि धाम के विकास कार्यों के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। अब वित्तीय स्वीकृति मिलते ही कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि मार्च के अंतिम सप्ताह में निर्माण कार्य शुरू हो सकता है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं पर सवाल
यमुनोत्री धाम में सुरक्षा और सुविधाओं की अनदेखी को लेकर श्रद्धालु और स्थानीय पुरोहित समाज प्रशासन से सवाल कर रहे हैं। यदि जल्द ही सुरक्षात्मक उपाय और स्नान घाटों का निर्माण नहीं किया गया तो इस बार भी श्रद्धालुओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।