जनहित याचिका और हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद सरकार का बड़ा फैसला
हरियाणा सरकार ने राज्य में चल रही लोकप्रिय ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स — प्रोबो (Probo), स्पोर्ट्सबाजी (SportsBaazi) और एमपीएल ओपिनियो (MPL Opinio) — के संचालन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। यह निर्णय हाल ही में लागू किए गए “पब्लिक गैंबलिंग रोकथाम अधिनियम, 2025” के तहत लिया गया है। प्रतिबंध 9 अप्रैल 2025 से प्रभावी माना जाएगा।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने दिखाई सख्ती
यह प्रतिबंध पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में दायर एक जनहित याचिका और न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद आया है। याचिका में इन प्लेटफॉर्म्स को युवाओं में जुए की लत फैलाने और वित्तीय नुकसान पहुंचाने वाला बताया गया था। हाईकोर्ट ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए राज्य सरकार को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
प्लेटफॉर्म्स पर ‘जुए’ का आरोप, कानूनी श्रेणी में शामिल
सरकार ने इन प्लेटफॉर्म्स की कार्यप्रणाली की समीक्षा करने के बाद निष्कर्ष निकाला कि ये ऐप्स जनता की राय पर आधारित सट्टेबाज़ी को बढ़ावा देते हैं, जो नए अधिनियम के अनुसार सार्वजनिक जुए की श्रेणी में आता है। नए कानून के तहत ऐसे सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स जो पैसों के बदले भविष्यवाणियों पर दांव लगाने की सुविधा देते हैं, अब गैरकानूनी घोषित किए गए हैं।
प्रभावित यूज़र्स और कंपनियों में मचा हड़कंप
इस फैसले के बाद हजारों यूज़र्स जो इन ऐप्स के ज़रिए नियमित रूप से भाग ले रहे थे, अब वैकल्पिक रास्ते तलाशने लगे हैं। वहीं, संबंधित कंपनियों ने इस निर्णय पर नाराज़गी जताई है और कानूनी विकल्पों पर विचार कर रही हैं। हालांकि, सरकार का कहना है कि यह कदम युवाओं को वित्तीय और मानसिक नुकसान से बचाने के लिए आवश्यक था।
राज्य सरकार ने की जनता से सहयोग की अपील
हरियाणा सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे इन प्लेटफॉर्म्स का उपयोग बंद करें और किसी भी प्रकार के सट्टे से दूर रहें। अधिकारियों का कहना है कि यदि कोई भी इन ऐप्स का प्रचार या उपयोग करता पाया गया, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।