देशभक्ति की मिसाल बने चमोली के युवा
भारत-पाक सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच चमोली जिले के युवाओं ने एक सराहनीय और प्रेरणादायक पहल की है। उन्होंने छुट्टी काटकर ड्यूटी पर लौट रहे भारतीय सेना के जवानों को रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डों तक पहुंचाने के लिए टैक्सी सेवा को पूरी तरह निशुल्क कर दिया है। यह सेवा न केवल देशभक्ति की भावना को दर्शाती है, बल्कि समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश भी देती है।
स्थानीय टैक्सी संचालकों ने शुरू की सेवा
नंदानगर क्षेत्र के एसके टूर एंड ट्रैवल्स के संचालक सुरेंद्र सिंह, नेगी बिज्जू भाई टूर एंड ट्रैवल्स के मालिक बिज्जू नेगी, नवीन गौड़ और जोशीमठ की उर्गम घाटी से श्री बैकुंठ टैक्सी सेवा के दर्शन नेगी ने इस पहल की शुरुआत की है। इन सभी युवाओं ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी साझा की और अपने मोबाइल नंबर सार्वजनिक किए, ताकि जरूरतमंद जवान उनसे सीधे संपर्क कर सकें।
सेना के प्रति स्वाभाविक सम्मान
सुरेंद्र सिंह और बिज्जू नेगी ने बताया कि उनके परिवारों में भी कई सदस्य सेना में कार्यरत हैं, इसलिए देश के प्रति प्रेम और सम्मान उनके जीवन का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि जब देश को हमारी जरूरत है, तब पीछे हटने का कोई सवाल ही नहीं है। भविष्य में यदि सेवानिवृत्त सैनिकों को भी ड्यूटी पर बुलाया जाता है, तो उनके लिए भी यह सेवा निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।
जन सहयोग से मजबूत होती है सीमाएं
इन युवाओं की यह पहल यह दिखाती है कि सीमाओं की रक्षा केवल हथियारों से नहीं, बल्कि समाज के सहयोग और नागरिकों की जिम्मेदारी से भी होती है। सेना के प्रति सम्मान और सहायता का यह कदम पूरे देश के लिए प्रेरणा बन सकता है। जब आम नागरिक ऐसे कदम उठाते हैं, तो न केवल जवानों का मनोबल बढ़ता है, बल्कि पूरे राष्ट्र में एकजुटता और देशभक्ति की भावना और मजबूत होती है।
चमोली के युवाओं की यह पहल इस कठिन समय में आशा की किरण के रूप में सामने आई है। यह दिखाता है कि सच्चा देशप्रेम केवल शब्दों में नहीं, बल्कि कर्मों में भी झलकता है। ऐसे उदाहरण समाज को सकारात्मक दिशा में आगे ले जाते हैं।