सागर: मध्यप्रदेश के सबसे बड़े वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व (नौरादेही) में पहली बार कैमरा स्कैन किया जा रहा है। यह अभियान मध्यप्रदेश वन विभाग और WWF (World Wide Fund for Nature) के सहयोग से चलाया जा रहा है। रिजर्व के 2339 वर्ग किमी क्षेत्र को दो ब्लॉकों में बांटकर तीन-तीन रेंज में 650 ट्रैप कैमरों के जरिए बाघों, उनकी टैरिटरी और अन्य वन्यजीवों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है।
यह कैमरा स्कैन टाइगर रिजर्व बनने के बाद पहली बार किया जा रहा है, क्योंकि यह क्षेत्रफल में बड़ा है और इसे हाल ही में टाइगर रिजर्व का दर्जा मिला है। पहले ब्लॉक का कैमरा स्कैन 15 दिसंबर तक चलेगा, और उसके बाद दूसरे ब्लॉक में कैमरा स्कैन की प्रक्रिया 30 दिसंबर से शुरू होगी।
डिप्टी डायरेक्टर डॉ. ए ए अंसारी ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य बाघों की टैरिटरी और अन्य वन्यजीवों के ट्रैक को सही तरीके से समझना है, ताकि भविष्य में उनके संरक्षण के लिए प्रभावी योजनाएं बनाई जा सकें।