आयुर्वेद के अनुसार, रात के भोजन के बाद कुछ देर टहलने से सेहत पर काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। खासतौर पर, खाने के बाद लगभग 100 कदम चलने से पाचन प्रक्रिया में सुधार होता है, वजन नियंत्रित रहता है और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं दूर हो सकती हैं। आयुर्वेद में इसे “शतपावली” कहा जाता है, जिसका अर्थ है 100 कदम चलना।
1. पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है:
रात के भोजन के बाद हल्की सैर करने से पाचन क्रिया में मदद मिलती है। यह आंतों को सक्रिय रखता है और भोजन को जल्दी से पचाने में सहायक होता है। इससे कब्ज, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
2. वजन नियंत्रण में सहायक:
खाने के बाद चलने से कैलोरी बर्न होती है, जिससे वजन नियंत्रण में रहता है। नियमित रूप से शतपावली करने से वजन बढ़ने का खतरा कम हो जाता है।
3. रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित:
खाने के बाद चलने से शरीर में रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए खासतौर पर लाभदायक होता है। चलने से भोजन से प्राप्त शुगर जल्दी पचती है और रक्त शर्करा का स्तर स्थिर रहता है।
4. हृदय स्वास्थ्य में सुधार:
100 कदम की हल्की सैर हृदय के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है। यह रक्त संचार को बेहतर बनाता है और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम करता है।
5. नींद में सुधार:
रात के खाने के बाद हल्की सैर करने से नींद की गुणवत्ता भी बेहतर होती है। इससे तनाव कम होता है और शरीर को आराम महसूस होता है, जिससे नींद गहरी और शांतिपूर्ण होती है।
निष्कर्ष:
रात के खाने के बाद केवल 100 कदम चलना आयुर्वेद में सदियों पुरानी एक स्वस्थ आदत है, जो शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाती है। यह न केवल पाचन में सुधार करता है, बल्कि वजन नियंत्रण, हृदय स्वास्थ्य और बेहतर नींद के लिए भी मददगार साबित होता है।