देहरादून, 12 जून: उत्तराखंड में जारी चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर सेवाओं की भूमिका अहम बनी हुई है। तीर्थयात्रियों को तेजी से और सुरक्षित पहुंचाने में हेली सेवाएं बड़ा योगदान दे रही हैं। हालांकि, हाल ही में हुई कुछ हेली दुर्घटनाओं के बाद राज्य सरकार ने इस पर गंभीर रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकॉप्टर सेवाएं देने वाले सभी ऑपरेटरों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सुरक्षा मानकों में किसी प्रकार की कोताही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने सुरक्षा को बताया सर्वोपरि
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और इसमें लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी उड़ान को तभी अनुमति दी जाएगी जब वह सभी सुरक्षा मापदंडों को पूरा करे। उड़ानों की दिशा, मौसम की स्थिति और यात्रियों की संख्या जैसे सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है।
पुरानी घटनाओं की होगी गहन जांच
मुख्यमंत्री ने बीते वर्षों में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की जांच और समीक्षा के आदेश भी दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि दुर्घटनाओं के कारणों का विश्लेषण कर भविष्य की रणनीति तैयार की जाए। इसमें तकनीकी खामियों, पायलट की दक्षता, रखरखाव, और मौसम की भूमिका जैसे सभी कारकों की गहराई से जांच शामिल होगी।
हेली सेवा की गुणवत्ता पर विशेष फोकस
मुख्यमंत्री धामी ने हेलीकॉप्टर की नियमित तकनीकी जांच को अनिवार्य बनाने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि टिकट बुकिंग की प्रक्रिया को भी अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाया जाए। इसके लिए एक ठोस और प्रभावी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) लागू करने की आवश्यकता बताई गई है।
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में विशेष निगरानी
सीएम धामी ने उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उड़ानों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा है। उन्होंने मौसम की अनिश्चितता और ऑक्सीजन की कमी जैसी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, इन इलाकों में हेलीकॉप्टर सेवाओं की निगरानी और तकनीकी मूल्यांकन को समय-समय पर करने के निर्देश दिए हैं।
राज्य स्तरीय बैठक में बने निर्देश
मुख्यमंत्री आवास में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में UCADA, DGCA, AAI और AAIB के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में हेली सेवा की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक रणनीति पर चर्चा की गई।
यात्रियों को मिलेगी सुरक्षित यात्रा सुविधा
राज्य सरकार का यह रुख दर्शाता है कि वह चारधाम यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचाव के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इन सख्त दिशा-निर्देशों से यात्रियों को न केवल सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा, बल्कि राज्य की धार्मिक पर्यटन व्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।