देहरादून: त्यौहारों के मौसम में महंगाई ने आम आदमी को परेशान कर दिया है। अक्टूबर में सब्जियों के दामों में अभूतपूर्व वृद्धि ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। पिछले दो सालों में पहली बार अक्टूबर महीने में सब्जियों की कीमतों में इतनी तेजी देखी गई है, जिससे उपभोक्ताओं की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
विशेष रूप से, टमाटर और प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं। देहरादून की निरंजनपुर सब्जी मंडी में थोक में टमाटर की कीमत 50 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है, जबकि फुटकर बाजार में यह 80 से 120 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। प्याज की बात करें तो थोक में यह 48 रुपए किलो है, जबकि फुटकर में इसकी कीमत 60 से 70 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस कीमत वृद्धि का मुख्य कारण हाल की बारिश है, जिसने अधिकांश सब्जियों को खराब कर दिया। इससे मंडी में सब्जियों की आपूर्ति भी कम हो गई है। अन्य सब्जियों की कीमतों में भी भारी उछाल देखा जा रहा है; जैसे पत्ता गोभी 45 रुपए (फुटकर 60-80 रुपए), शिमला मिर्च 100 रुपए (फुटकर 140-160 रुपए) और अदरक 60 रुपए (फुटकर 100-140 रुपए) प्रति किलो तक बिक रहा है।
निरंजनपुर मंडी के इंस्पेक्टर अजय डबराल ने बताया कि बाहरी राज्यों में हाल की बारिश ने सब्जियों की गुणवत्ता को प्रभावित किया है, जिससे बाजार में आवक कम हुई है। उन्होंने आशा जताई कि नई फसल 20 अक्टूबर के आसपास आएगी, जिसके बाद प्याज और टमाटर के दामों में कमी आने की उम्मीद है।
इस बीच, उपभोक्ता महंगाई की मार झेलने के लिए तैयार हो रहे हैं, क्योंकि बाजार में सब्जियों की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिससे त्योहारों का आनंद लेना भी कठिन होता जा रहा है।