साल 2024 में 210 करोड़ की ठगी: साइबर क्राइम पर बढ़ा खतरा
उत्तराखंड में साल 2024 में साइबर ठगों ने लोगों से लगभग 210 करोड़ रुपए की ठगी की। साइबर पुलिस स्टेशन में करीब 23 हजार मामले दर्ज हुए। ठगी की गई कुल रकम का केवल 13% (28.12 करोड़ रुपए) ही रिकवर किया जा सका।
हरियाणा से सीखने जाएगी उत्तराखंड पुलिस
उत्तराखंड पुलिस अब हरियाणा के पंचकूला स्थित कॉल सेंटर से साइबर क्राइम मामलों की रिकवरी प्रक्रिया और खुलासे के गुर सीखेगी। हरियाणा पुलिस ने अपनी रिकवरी दर को 8% से 36% तक बढ़ाने में सफलता पाई है।
हरियाणा का 1930 हेल्पलाइन मॉडल कैसे काम करता है?
हरियाणा पुलिस ने 1930 हेल्पलाइन के साथ प्रमुख बैंकों के कर्मचारियों को पुलिसकर्मियों के साथ तैनात किया। जैसे ही शिकायत दर्ज होती है, बैंक कर्मचारी संदिग्ध खातों को तुरंत फ्रीज कर देते हैं। पैसा एक बैंक से दूसरे में ट्रांसफर होने से पहले ही रोक लिया जाता है। इस प्रक्रिया के कारण हरियाणा पुलिस साइबर ठगी मामलों में देश में नंबर 1 बन गई है।
उत्तराखंड में सुधार की जरूरत
उत्तराखंड पुलिस की वर्तमान रिकवरी दर 13% है। 2024 में 23,000 मामलों में अब तक 28.12 करोड़ रुपए ही रिकवर हो सके हैं। ठगी रोकने और रिकवरी प्रक्रिया तेज करने के लिए हरियाणा मॉडल को अपनाने की योजना है।
टेक्नोलॉजी को अपनाने में आगे उत्तराखंड पुलिस
कानून व्यवस्था के आईजी नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस टेक्नोलॉजी में लगातार प्रगति कर रही है। हरियाणा मॉडल के अध्ययन के लिए जल्द ही अधिकारियों को भेजा जाएगा। डीजीपी के निर्देशानुसार उत्तराखंड में भी इसी तरह की व्यवस्था लागू की जाएगी।