साहिबजादों के अद्वितीय साहस को श्रद्धांजलि:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर बाल दिवस के अवसर पर साहिबजादों के अद्वितीय बलिदान और बहादुरी को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पीएम मोदी ने लिखा, “कम उम्र में ही साहिबजादों ने अपने विश्वास और सिद्धांतों पर अडिग रहते हुए जो साहस दिखाया, वह पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। उनका बलिदान वीरता और अपने मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता का एक शानदार उदाहरण है।”
भारत मंडपम में समारोह:
प्रधानमंत्री मोदी ने वीर बाल दिवस के उपलक्ष्य में नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित राष्ट्रव्यापी समारोह में भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने माता गुजरी और गुरु गोविंद सिंह जी की बहादुरी को भी नमन किया। कार्यक्रम में पीएम ने सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य पोषण सेवाओं के बेहतर क्रियान्वयन और सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से पोषण और कल्याण के परिणामों में सुधार करना है।
युवाओं के लिए जागरूकता अभियान:
वीर बाल दिवस के महत्व को बढ़ाने और साहस व समर्पण की संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए देशभर में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इनमें माईगव और माईभारत पोर्टल के जरिए ऑनलाइन प्रतियोगिताएं, स्कूलों व बाल देखभाल संस्थानों में कहानी सुनाना, रचनात्मक लेखन और पोस्टर बनाने जैसी गतिविधियां शामिल हैं।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार:
समारोह के दौरान प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) के विजेता भी उपस्थित रहे। इन पुरस्कारों के जरिए बच्चों को उनके अद्वितीय योगदान और उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
वीर बाल दिवस की घोषणा:
प्रधानमंत्री मोदी ने 9 जनवरी 2022 को घोषणा की थी कि साहिबजादों (गुरु गोविंद सिंह के बेटों) की वीरता और बलिदान को सम्मान देने के लिए हर साल 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाया जाएगा। यह दिन न्याय, साहस और मूल्यों के प्रति साहिबजादों की अद्वितीय प्रतिबद्धता को स्मरण करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।