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एयर इंडिया विमान हादसे के बाद बुकिंग और किराए में आई गिरावट, अंतरराष्ट्रीय यात्राओं में दिखा असर

After the Air India plane crash, bookings and fares fell, international travel was affected

नई दिल्ली, 21 जून 2025: 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया की एक गंभीर विमान दुर्घटना के बाद घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर एयर इंडिया की उड़ानों की बुकिंग में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IATO) के अध्यक्ष रवि गोसाईं ने जानकारी दी कि इस दुर्घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय बुकिंग में लगभग 20 प्रतिशत तक की कमी आई है, जबकि घरेलू उड़ानों पर भी इसका असर देखा गया है।

घटना में विमान के 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से केवल एक व्यक्ति ही जीवित बच पाया, जब विमान मेघाणीनगर क्षेत्र में उड़ान भरने के तुरंत बाद एक मेडिकल कॉलेज परिसर पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में विमान सवार अधिकांश लोगों के साथ-साथ जमीन पर मौजूद 29 अन्य लोगों की भी जान चली गई। इस त्रासदी ने यात्रियों में गहरी चिंता और असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है।

बुकिंग और किराए में गिरावट
आईएटीओ के अध्यक्ष गोसाईं ने बताया कि दुर्घटना के तुरंत बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बुकिंग में लगभग 18 से 22 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। वहीं, घरेलू उड़ानों की बुकिंग में भी करीब 10 से 12 प्रतिशत तक की कमी देखी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि यह गिरावट अल्पकालिक हो सकती है, क्योंकि आमतौर पर कुछ समय बाद यात्रियों की धारणा में सुधार आता है।

किराए में समायोजन
हादसे के बाद एयर इंडिया ने प्रमुख मार्गों पर टिकट किराए में भी कटौती की है। गोसाईं के अनुसार, घरेलू उड़ानों के किराए में औसतन आठ से 12 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर, खासकर यूरोप और दक्षिण-पूर्व एशिया की उड़ानों में, किराए में 10 से 15 प्रतिशत तक की कटौती की गई है। एयर इंडिया इन मार्गों पर इंडिगो और अकासा जैसी अन्य एयरलाइनों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही है।

रद्दीकरण में वृद्धि
यात्रा संचालकों के जरिए बुक की गई टिकटों के रद्दीकरण में भी बढ़ोतरी देखी गई है। कॉरपोरेट यात्री और उच्च श्रेणी के पर्यटन करने वाले यात्रियों ने अन्य विकल्पों को प्राथमिकता दी है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के रद्दीकरण में 15 से 18 प्रतिशत और घरेलू उड़ानों में आठ से 10 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की गई है।

हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यदि भविष्य में किसी भी प्रकार की सुरक्षा खामी सामने नहीं आती, तो यह प्रवृत्ति धीरे-धीरे सामान्य हो सकती है। डीजीसीए और अन्य अंतरराष्ट्रीय निकायों द्वारा जांच जारी है और यात्रियों को सुरक्षा मानकों के अनुरूप आश्वस्त किया जा रहा है।

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