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हैदराबाद में 50 करोड़ का चेन फ्रॉड घोटाला उजागर, सैकड़ों लोग बने शिकार

50 crore chain fraud scam exposed in Hyderabad, hundreds of people became victims

हैदराबाद: देश में तेजी से फैल रहे चेन फ्रॉड रैकेट का एक बड़ा मामला हैदराबाद में सामने आया है, जहां दो युवकों ने एक फर्जी निवेश योजना के जरिए करीब 50 करोड़ रुपये की ठगी कर डाली। इस जालसाजी का पर्दाफाश तब हुआ जब शिकायतों के आधार पर सीसीएस (सेंट्रल क्राइम स्टेशन) पुलिस ने छानबीन शुरू की। जांच में पता चला कि शहर के उपनगरों में हजारों लोग ऐसे निवेश घोटालों का शिकार हो चुके हैं।

चेन फ्रॉड का तरीका और नेटवर्क
ठगी करने वाले गिरोह आमतौर पर खुद को मार्केटिंग कंपनियों या मल्टी-लेवल नेटवर्किंग (MLM) संगठनों के रूप में प्रस्तुत करते हैं। वे महंगे होटलों में सेमिनार और मीटिंग आयोजित करते हैं, जिसमें लोगों को यह दिखाया जाता है कि वे बड़ी कंपनियों या अंतरराष्ट्रीय संगठनों से जुड़े हुए हैं। सोशल मीडिया और व्यक्तिगत संपर्कों के जरिए लोगों को आकर्षित किया जाता है, जहां उन्हें स्टील, सोना, शेयर बाजार, फार्मा और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों में निवेश करने पर भारी मुनाफा मिलने का लालच दिया जाता है।

महिलाओं को बनाया जा रहा है निशाना
हाल ही में पुलिस को जानकारी मिली कि कुछ गिरोह खासकर महिलाओं को निशाना बना रहे हैं। उन्हें ‘गोल्ड स्कीम’ जैसी योजनाओं के नाम पर प्रभावित किया जाता है। पीड़ितों को यह विश्वास दिलाया जाता है कि वे हर महीने सोने की दरों के आधार पर लाभ कमाएंगे। जब सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हुई, तब कई महिलाओं को ठगी का एहसास हुआ, लेकिन ज्यादातर मामलों में शिकायतें दर्ज नहीं कराई जातीं, जिससे आरोपियों को मनोबल और बढ़ता है।

बोनस और मुनाफे का लालच
इन रैकेट्स का सबसे प्रभावी तरीका है ‘लाभ का जाल’। नए सदस्यों को जोड़ा जाता है और कहा जाता है कि उन्हें हर महीने उनके खाते में कमीशन और लाभ मिलेगा। पहले कुछ महीनों तक लाभ और बोनस दिखाकर उनका विश्वास जीता जाता है। इससे वे और अधिक निवेश करने को प्रेरित होते हैं, साथ ही अपने मित्रों और रिश्तेदारों को भी जोड़ते हैं। यही चेन पद्धति ठगी के मूल में होती है।

फर्जी कंपनियों और बैंक खातों का उपयोग
पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपियों ने अपने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के बैंक खातों का इस्तेमाल किया ताकि कोई भी लेन-देन सीधे उनके नाम पर न हो। इस तरह वे कानूनी कार्रवाई से बचने की कोशिश करते हैं। इतना ही नहीं, वे इतने पेशेवर होते हैं कि कई बार जांच एजेंसियां भी शुरुआत में भ्रमित हो जाती हैं।

स्थानीय प्रभावशाली लोगों की संलिप्तता
जांच के अनुसार, इस तरह के मामलों में शामिल कई आरोपी स्थानीय स्तर पर काफी प्रतिष्ठित माने जाते हैं। वे खुद को सामाजिक कार्यकर्ता या बिजनेस लीडर के रूप में प्रस्तुत करते हैं। महंगी गाड़ियां, ब्रांडेड कपड़े और आलीशान जीवनशैली से वे लोगों को प्रभावित करते हैं। यह दिखावा लोगों के मन में उनके प्रति विश्वास पैदा करता है, और वे बिना जांच-पड़ताल किए उनके जाल में फंस जाते हैं।

पुलिस की चेतावनी और अपील
हैदराबाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की निवेश योजना में शामिल होने से पहले उसकी पूरी जांच-पड़ताल करें। पुलिस का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति या समूह अत्यधिक लाभ का वादा कर रहा है, तो उसमें जोखिम की संभावना सबसे अधिक होती है। साथ ही, यदि किसी को ठगी का शिकार बनाया गया है तो तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं।

चेन फ्रॉड जैसे घोटाले केवल आर्थिक नुकसान ही नहीं पहुंचाते, बल्कि लोगों के आत्मविश्वास और सामाजिक भरोसे को भी चोट पहुंचाते हैं। ऐसे में जागरूकता और सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है। हैदराबाद जैसे शहरी क्षेत्रों में बढ़ती चेन फ्रॉड गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए जरूरी है कि लोग सोच-समझकर निवेश करें और किसी भी संदिग्ध योजना से दूरी बनाए रखें। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई इस बात का संकेत है कि अब कानून ऐसे फर्जी नेटवर्कों पर सख्त नजर बनाए हुए है।

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