मेले में साइबर अपराध पर अलर्ट, पुलिस प्रशासन सतर्क
फरीदाबाद के सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में हर दिन भारी भीड़ उमड़ रही है। इस बढ़ती भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड में है। खासकर साइबर क्राइम को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। इस बीच मेले में ‘साइबर ताऊ’ का अंदाज सुर्खियां बटोर रहा है। बड़ी मूछें, मोटा चश्मा, सफेद धोती और लाल पगड़ी पहने यह ताऊ लोगों को साइबर अपराध से बचने के गुर सिखा रहे हैं।
साइबर ताऊ की खास भूमिका: लोगों को कर रहे जागरूक
साइबर क्राइम को रोकने के लिए पुलिस की तरफ से ‘साइबर ताऊ’ (सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह बल्हारा) मेले में घूम-घूमकर लोगों को साइबर अपराध से बचने की जानकारी दे रहे हैं। वह साइबर ठगी से बचने के तरीके, ठगी हो जाने पर उठाए जाने वाले कदम और खोए पैसे वापस पाने की प्रक्रिया के बारे में लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
साइबर ठगी की शिकायत कहां करें
साइबर ताऊ ने बताया कि अगर कोई साइबर क्राइम का शिकार हो जाए, तो तुरंत 1930 पर कॉल करें। इससे शिकायत दर्ज होगी, बैंक खाता फ्रीज हो जाएगा और पैसे वापस पाने की संभावना बढ़ जाएगी। अगर कॉल नहीं कर सकते, तो www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
कैसे हो रही है साइबर ठगी, दो बड़े तरीके
साइबर ताऊ ने बताया कि साइबर अपराधी दो तरह के तरीके अपनाते हैं।
पहला तरीका डर दिखाकर ठगी करने का है। ठग लोगों को फोन कर बताते हैं कि उनके नाम पर गैरकानूनी गतिविधि हो रही है। नकली जज, पुलिस और थाने दिखाकर डिजिटल अरेस्ट करने की धमकी दी जाती है। वीडियो कॉल पर फर्जी कागजात दिखाकर पैसे ट्रांसफर करने को कहा जाता है।
दूसरा तरीका लालच देकर ठगी करने का है। इसमें लोगों को शेयर बाजार में मोटी कमाई का झांसा दिया जाता है। कम समय में ज्यादा पैसा कमाने की स्कीम बताई जाती है और किसी टास्क के बदले पैसे देने का लालच देकर ठग अपने जाल में फंसा लेते हैं।
साइबर अपराधियों से बचने के लिए उठाएं ये कदम
कभी भी अजनबियों की कॉल या लिंक पर भरोसा न करें। यदि कोई संदिग्ध कॉल आए, तो तुरंत 1930 पर शिकायत करें। अपने आधार से जुड़े सिम कार्ड की जानकारी के लिए संचार साथी ऐप या वेबसाइट का उपयोग करें। केवल भरोसेमंद मोबाइल स्टोर्स से ही सिम कार्ड खरीदें।
साइबर ठगी के बढ़ते मामले, चौंकाने वाले आंकड़े
गृह मंत्रालय की 2023-24 रिपोर्ट के अनुसार, 2021 से 2024 के बीच भारत में 14,570 करोड़ रुपये की साइबर ठगी हुई। इस दौरान 2.16 करोड़ साइबर क्राइम शिकायतें दर्ज हुईं।
हरियाणा में 2023 में 602 करोड़ रुपये और 2024 में 980 करोड़ रुपये की ठगी हुई। पुलिस ने 2023 में 76 करोड़ रुपये और 2024 में 268 करोड़ रुपये की रिकवरी की।
लोगों को पसंद आ रहा है साइबर ताऊ का अंदाज
मेले में आईं राधिका ने कहा कि साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों को देखते हुए साइबर ताऊ की यह पहल बेहद महत्वपूर्ण है। बच्चे और बड़े सभी साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं, ऐसे में जागरूकता जरूरी है।
युवा साजिद ने बताया कि साइबर ताऊ सिर्फ मेले में नहीं, बल्कि स्कूल-कॉलेज जाकर भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं। यह हरियाणा पुलिस की बेहतरीन पहल है।
साइबर अपराध से बचाव के लिए सतर्कता और जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण हथियार हैं।