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हरिद्वार के पावन धाम आश्रम में शुरू हुई वर्चुअल तीर्थ यात्रा, 3D तकनीक से होगा प्रमुख मंदिरों का दर्शन

Virtual pilgrimage started in Haridwar's Paavan Dham Ashram, major temples will be seen through 3D technology

हरिद्वार: तीर्थ यात्रा अब केवल शारीरिक रूप से यात्रा करने तक सीमित नहीं रही। तकनीक के इस युग में हरिद्वार स्थित पावन धाम आश्रम ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं के लिए एक अनोखी सेवा शुरू की है, जिसके अंतर्गत देशभर के प्रसिद्ध मठ-मंदिरों और ज्योतिर्लिंगों के दर्शन 3D वर्चुअल रियलिटी के माध्यम से कराए जा रहे हैं। यह सुविधा ‘दुर्लभ दर्शन’ नामक कंपनी के सहयोग से शुरू की गई है।

अब एक जगह से होंगे सभी प्रमुख मंदिरों के दर्शन

यह पहल खास तौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है जो स्वास्थ्य, उम्र या समय की कमी के कारण तीर्थ यात्रा नहीं कर पाते। इस केंद्र में श्रद्धालु 3D वीआर हेडसेट्स की मदद से अयोध्या, काशी, उज्जैन, प्रयागराज, वैष्णो देवी, महाकालेश्वर, काशी विश्वनाथ और अन्य तीर्थ स्थलों के जीवंत दर्शन कर सकते हैं। दर्शन के दौरान भगवान का श्रृंगार, आरती और मंदिर की घंटियों की आवाज श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभूति देती है।

100 रुपये में मिलेगा दिव्य अनुभव

इस वर्चुअल दर्शन सेवा का पहला डेमो सभी के लिए मुफ्त है। इसके बाद प्रत्येक श्रद्धालु से मात्र 100 रुपये शुल्क लिया जा रहा है। इस पहल के माध्यम से फिलहाल 20 प्रमुख मंदिरों के दर्शन कराए जा रहे हैं। आने वाले समय में उत्तराखंड के प्रमुख मठ मंदिरों को भी इसमें शामिल करने की योजना है।

श्रद्धालुओं ने सराहा अनुभव

वर्चुअल दर्शन कर चुके श्रद्धालुओं का कहना है कि यह सेवा अत्यंत प्रभावशाली और दिव्य है। ऐसा महसूस होता है जैसे वे वास्तव में मंदिर में उपस्थित हैं और साक्षात भगवान के दर्शन कर रहे हैं। कुछ बुजुर्ग श्रद्धालुओं ने इसे अपने जीवन का एक अविस्मरणीय अनुभव बताया है।

धर्म और तकनीक का अनोखा संगम

पावन धाम ट्रस्ट के महामंत्री अंशुल श्रीकुंज ने बताया कि दुर्लभ दर्शन केंद्र एक धार्मिक क्रांति की शुरुआत है। इसके माध्यम से आने वाले समय में और अधिक श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा। यह सेवा न केवल दर्शन की सुविधा देती है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को सनातन संस्कृति से जोड़ने का एक प्रभावशाली माध्यम भी बन रही है।

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