-मेलबर्न: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 के पहले अनौपचारिक टेस्ट से पहले भारत ए की टीम को ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दूसरे अनौपचारिक टेस्ट के पहले दिन बुरी तरह से गिरते हुए देखा गया। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे इस मैच में भारत का शीर्ष क्रम ऑस्ट्रेलियाई पेस अटैक के सामने ताश के पत्तों की तरह ढह गया।
ऑस्ट्रेलिया ए के तेज गेंदबाजों, विशेषकर माइकल नेसर और स्कॉट बोलैंड की घातक गेंदबाजी के सामने भारत ए का बैटिंग क्रम पूरी तरह से तहस-नहस हो गया। पहले दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ए का स्कोर 8 विकेट पर 155 रन था। ध्रुव जुरेल (80) और प्रसिद्ध कृष्णा (13) क्रीज पर डटे हुए थे, और दोनों के बीच 85 गेंदों में 36 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी हो चुकी थी।
भारत ए ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शुरुआत में ही बड़े झटके झेले। केएल राहुल, अभिमन्यु ईश्वरन, रुतुराज गायकवाड़ और साई सुदर्शन जैसे बल्लेबाजों ने ताबड़तोड़ तरीके से आउट होकर पवेलियन का रास्ता लिया। विशेष रूप से, केएल राहुल, जो खराब फॉर्म से जूझ रहे थे, केवल 4 गेंदों पर 4 रन बनाकर बोलैंड के हाथों कैच आउट हो गए। उन्हें एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया में विफलता का सामना करना पड़ा।
इसके बाद अभिमन्यु ईश्वरन भी जल्दी आउट हो गए, जब उन्हें नेसर की गेंद पर शून्य पर पवेलियन लौटना पड़ा। साई सुदर्शन और कप्तान रुतुराज गायकवाड़ का भी प्रदर्शन निराशाजनक रहा। गायकवाड़ ने केवल 4 रन बनाए, जबकि सुदर्शन बिना खाता खोले ही आउट हो गए।
हालांकि, इस मुश्किल परिस्थिति में ध्रुव जुरेल ने अपनी कड़ी मेहनत से टीम को संभाला। जुरेल ने 118 गेंदों में एक छक्के के साथ शानदार अर्धशतक पूरा किया। वह पूरी तरह से क्रीज पर टिके रहे, जबकि उनके आसपास के बल्लेबाज लगातार पवेलियन लौटते रहे। जुरेल ने 80 रन की पारी खेली, जो भारतीय टीम के लिए पहले दिन की एकमात्र रौशन बिंदी रही।
दिन के अंत तक, भारत ए के लिए परिस्थितियां कठिन हो गईं, लेकिन जुरेल और कृष्णा के बीच मजबूत साझेदारी से उम्मीद की जा सकती है कि वे अगले दिन कुछ और रन जोड़ने में सफल हो सकते हैं। पहले दिन के खेल के बाद भारत ए को उम्मीद है कि जुरेल अपनी शानदार बल्लेबाजी जारी रखते हुए टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाएंगे।
इस बीच, ऑस्ट्रेलिया ए के तेज गेंदबाजों ने जबरदस्त दबाव बनाए रखा और भारत ए के बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया, जिससे भारतीय टीम को सस्ते में ही हार का सामना करना पड़ा।