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नीम करोली बाबा कैंची धाम स्थापना दिवस: 15 जून को उमड़ेगा भक्तों का सैलाब, प्रशासन ने की विशेष तैयारियां

Neem Karoli Baba Kainchi Dham Foundation Day: A huge crowd of devotees will gather on June 15, the administration has made special preparations

5 लाख श्रद्धालुओं की उम्मीद, प्रसाद वितरण के लिए विशेष इंतजाम
नैनीताल ज़िले में स्थित विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम में 15 जून को नीम करोली बाबा का स्थापना दिवस भव्य रूप में मनाया जाएगा। मंदिर समिति और प्रशासन को इस दिन 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। मंदिर प्रशासन ने इस बार भक्तों के लिए विशेष रूप से तीन दिन तक मालपुए का प्रसाद वितरित करने की योजना बनाई है।

3 दिन मिलेगा बाबा का प्रसाद, हर भक्त को मिलेगा लाभ
पिछले वर्षों की तरह इस बार प्रसाद वितरण में अव्यवस्था न हो, इसके लिए 15, 16 और 17 जून को भी मालपुए का प्रसाद भक्तों को वितरित किया जाएगा। इससे पहले केवल 15 जून को ही प्रसाद मिलता था, जिससे कई श्रद्धालु वंचित रह जाते थे। अब तीन दिन तक प्रसाद उपलब्ध रहने से सभी भक्तों को यह विशेष प्रसाद मिल सकेगा।

अन्य मंदिरों में भी पहुंचेगा बाबा का प्रसाद
कैंची धाम के साथ-साथ भूमियाधार, हनुमानगढ़ी और सुयालबाड़ी जैसे मंदिरों में भी बाबा का विशेष प्रसाद भेजा जाएगा। मंदिर समिति के अनुसार, देश-विदेश से आए भक्तों तक भी यह प्रसाद पहुंचाया जाएगा। सेवादार, पुजारी और समिति के अन्य सदस्य इस वितरण में अहम भूमिका निभाएंगे।

ट्रैफिक व्यवस्था के लिए प्रशासन सतर्क, रूट डायवर्जन लागू
15 जून को भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने 14 जून सुबह 8 बजे से 15 जून शाम 7 बजे तक भवाली-कैंची धाम मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है। इस दौरान यातायात को वैकल्पिक मार्गों जैसे रामगढ़-नथुवाखान-क्वारब की ओर डायवर्ट किया जाएगा।

शटल सेवा से कैंची धाम पहुंचेंगे श्रद्धालु, तय हुआ किराया
जिला प्रशासन ने 15 विशेष पार्किंग स्थल तैयार किए हैं, जहां से शटल सेवाएं कैंची धाम तक जाएंगी। हल्द्वानी से बस का किराया 150 रुपये, मैक्स का 200 रुपये, भीमताल से 100 रुपये और भवाली से 50 रुपये निर्धारित किया गया है। शटल सेवा नैनीताल, हल्द्वानी, कालाढूंगी, गरमपानी, काठगोदाम, भवाली और भीमताल से चलाई जाएगी।

आस्था और व्यवस्था का संगम होगा कैंची धाम स्थापना दिवस
इस बार प्रशासन की तैयारियां बीते वर्षों से अधिक मजबूत और समन्वित हैं। भारी भीड़ के बावजूद सुरक्षित दर्शन और व्यवस्थित यातायात के लिए सभी विभाग मिलकर काम कर रहे हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो और वे सुखद अनुभव के साथ बाबा नीम करोली महाराज के दर्शन कर सकें।

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