मुंबई: भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी ने बुधवार को आईटी और बैंकिंग शेयरों में मजबूती के चलते उछाल दर्ज किया। वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव के बीच भारतीय निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया, लेकिन प्रमुख कंपनियों के मजबूत प्रदर्शन से बाजार में सकारात्मक रुझान बना रहा।
सेंसेक्स-निफ्टी में मजबूती का कारण
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, आईटी और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में खरीदारी बढ़ने के कारण बाजार में उछाल देखने को मिला। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की खरीदारी और घरेलू निवेशकों का सकारात्मक रुख बाजार के लिए सहायक साबित हुआ।
बुधवार को सेंसेक्स में 250 अंकों से अधिक की बढ़त दर्ज की गई, जबकि निफ्टी भी महत्वपूर्ण स्तरों को पार करता हुआ मजबूती के साथ कारोबार करता नजर आया। खासतौर पर टेक्नोलॉजी और बैंकिंग कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई।
निवेशकों की नजर अमेरिकी टैरिफ घोषणा पर
इस बीच, निवेशक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नवीनतम टैरिफ घोषणाओं का इंतजार कर रहे थे। व्हाइट हाउस ने घोषणा की थी कि ट्रंप बुधवार को सुबह 1:30 बजे टैरिफ लागू करने की घोषणा करेंगे। इसके तुरंत बाद अमेरिका द्वारा पारस्परिक टैरिफ भी प्रभावी किए जाएंगे।
हालांकि, इन व्यापार बाधाओं के पैमाने और दायरे को लेकर अनिश्चितता बनी हुई थी, जिससे वैश्विक बाजारों में अस्थिरता देखने को मिली। विश्लेषकों के अनुसार, टैरिफ प्रतिबंधों का असर भारत सहित अन्य वैश्विक बाजारों पर भी पड़ सकता है।
वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका से बाजार सतर्क
विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिका और अन्य देशों के बीच व्यापार प्रतिबंधों को लेकर बढ़ते तनाव के कारण वैश्विक व्यापार युद्ध की संभावनाएं बढ़ गई हैं। इससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हो सकती है और बाजार में निकट भविष्य में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
हालांकि, भारतीय बाजार में फिलहाल मजबूत आर्थिक संकेतकों और प्रमुख क्षेत्रों में हो रही बढ़त के चलते स्थिरता बनी हुई है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि अगर वैश्विक स्तर पर व्यापार तनाव नहीं बढ़ता, तो भारतीय शेयर बाजार आने वाले दिनों में और मजबूती हासिल कर सकता है।
निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह
बाजार विश्लेषकों ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे सतर्क रहें और छोटे निवेश से शुरुआत करें। वैश्विक कारकों का बाजार पर प्रभाव देखने के बाद ही लंबी अवधि के निवेश का निर्णय लेना सही रहेगा।
निष्कर्ष: आईटी और बैंकिंग शेयरों में मजबूती के चलते भारतीय बाजार में उछाल देखने को मिला, लेकिन वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका के कारण निवेशक सतर्क नजर आए। आगामी दिनों में अमेरिकी नीतियों और वैश्विक आर्थिक परिदृश्य का भारतीय बाजार पर असर पड़ सकता है।