चमोली जिले में मौसम का मिजाज एक बार फिर से बदल गया है। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में झमाझम बारिश ने ठंड बढ़ा दी है। जोशीमठ और आसपास के क्षेत्रों में शीतलहर ने जनजीवन को प्रभावित किया है।
औली में सीजन की चौथी बर्फबारी: पर्यटकों के चेहरे खिले
चमोली के विंटर डेस्टिनेशन औली में इस सीजन की चौथी बर्फबारी हुई है। ताजा हिमपात से पर्यटन कारोबारियों और पर्यटकों में खुशी की लहर है। बर्फीली वादियों में पर्यटकों ने बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठाया। जीएमवीएन की चेयर लिफ्ट से पर्यटक औली के बर्फीले नजारों का आनंद लेते नजर आए।
जोशीमठ में शीतलहर, पहाड़ी गांवों में बर्फ की सफेद चादर
बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, चिनाप वैली, कुंवारी पास और धौली गंगा घाटी समेत कई ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई। जोशीमठ के पास के गांवों परसारी, डुमक, कलगोठ, और सुराईथोटा जैसे इलाकों में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई। अलकनंदा और धौली गंगा घाटी में कड़ाके की ठंड का सितम जारी है।
बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित, औली रोड पर जाम
औली और जोशीमठ के बीच सड़क पर बर्फबारी के चलते वाहनों की आवाजाही बाधित रही। लोअर औली से लेकर कवाण बैंड के बीच कई जगह पर वाहन बर्फ में रपटते नजर आए। संकरी सड़क और फिसलन के कारण पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि, प्रशासन और स्थानीय लोगों के प्रयासों से ट्रैफिक सुचारु किया गया।
पर्यटकों ने की मस्ती: बर्फबारी में गीत और ठुमके
ताजा हिमपात के बीच औली पहुंचे पर्यटकों ने बर्फबारी का आनंद उठाते हुए गीतों की धुन पर डांस किया। कड़ाके की ठंड के बावजूद पर्यटक ढाबों और होम स्टे में अलाव का सहारा लेकर ठंड से राहत पाते नजर आए।
निष्कर्ष
चमोली में बदले मौसम ने ठंड बढ़ा दी है, लेकिन औली में बर्फबारी ने इसे पर्यटन के लिए और आकर्षक बना दिया है। जहां एक ओर ठंड से जनजीवन प्रभावित है, वहीं दूसरी ओर पर्यटक इस अनोखे अनुभव का आनंद ले रहे हैं।