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देहरादून: विदेश में पढ़ रहे भारतीय छात्रों को निशाना बना साइबर ठगी, एसटीएफ ने किया गिरोह का भंडाफोड़

Dehradun: Indian students studying abroad targeted in cyber fraud, STF busted the gang

उत्तराखंड एसटीएफ ने देहरादून के क्लेमेंटटाउन क्षेत्र में चल रहे एक साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह विशेष रूप से विदेशों में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों और उनके परिजनों को निशाना बना रहा था।

ठगी का तरीका

अमेरिका में पढ़ रहे एक तमिलनाडु के छात्र ने भारतीय साइबर क्राइम समन्वय केंद्र (I4C) पर शिकायत दर्ज कराई थी। छात्र को एक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से भरोसा दिलाया गया कि वह भारतीय रुपये को डॉलर में आसानी से बदल सकता है

  1. छात्र को पहले एक छोटे से लेन-देन के जरिए विश्वास दिलाया गया।
  2. इसके बाद छात्र ने 70,000 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए, लेकिन उसे डॉलर में राशि नहीं मिली।
  3. ठग ने इसके बाद अपना फोन बंद कर दिया।

गिरफ्तारी और जांच

एसटीएफ ने क्लेमेंटटाउन क्षेत्र में एक रेस्टोरेंट से इस गिरोह के दो सदस्यों दीपांशु सिंह गुरु (रेस्टोरेंट संचालक) और सौरभ कुमार को गिरफ्तार किया।

बरामदगी:

  • ₹1.5 लाख नकद
  • 7 मोबाइल फोन
  • 1 लैपटॉप
  • 51 डेबिट/क्रेडिट कार्ड
  • विभिन्न बैंकों की पासबुक, चेकबुक
  • फर्जी फर्मों की मुहरें

मामले की तह तक जाने के प्रयास

जांच में सामने आया कि गिरोह ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र, शिवालिक बैंक, कर्नाटक बैंक, और अन्य बैंकों में 40-50 खाते खुलवाए।

  • मजदूरों और गरीब व्यक्तियों को 2,000-3,000 रुपये का लालच देकर ये खाते खुलवाए गए।
  • करंट खातों में 1 करोड़ रुपये से अधिक लेनदेन की सीमा तय की गई।
  • एक खाते में एक महीने में 35 करोड़ रुपये का लेन-देन पाया गया।
  • मुंबई और गुजरात में खातों के संचालन का नेटवर्क था।

फर्जी फर्मों का इस्तेमाल

गिरोह ने फर्जी फर्मों की मुहरों का इस्तेमाल कर खातों को खोलने में सफलता पाई। तीन फर्मों की मुहरें बरामद की गईं:

  1. AB Packaging Center
  2. Ladies Boutique
  3. Shri Krishna Online Store

कैसे फैला यह नेटवर्क?

सौरभ कुमार ने दीपांशु सिंह को बैंक खातों के लिए लालच दिया। दीपांशु ने मजदूरों के दस्तावेजों का उपयोग कर सैकड़ों खाते खुलवाए। इन खातों के दस्तावेज कोरियर के माध्यम से मुंबई और गुजरात में भेजे गए।

एसटीएफ का बयान

एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने कहा कि यह गिरोह देशव्यापी साइबर ठगी नेटवर्क का हिस्सा है। अन्य राज्यों से सूचनाओं का आदान-प्रदान कर इस गिरोह के बाकी सदस्यों पर कार्रवाई की जा रही है।

सावधानी और अपील

  • विदेश में पढ़ रहे छात्रों और उनके परिजनों को अज्ञात व्हाट्सएप नंबर और ऑनलाइन लेन-देन से बचने की सलाह दी गई है।
  • एसटीएफ ने आम जनता से साइबर ठगी से सतर्क रहने और संदिग्ध मामलों की शिकायत डायल 1930 पर दर्ज कराने की अपील की है।

यह मामला न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश में साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर करता है।

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