लो ब्लड शुगर, जिसे हाइपोग्लाइसीमिया के नाम से जाना जाता है, तब होता है जब आपके रक्त में ग्लूकोज का स्तर सामान्य से कम हो जाता है। यह स्थिति विशेष रूप से उन लोगों में देखी जाती है जो डायबिटीज से पीड़ित हैं और इंसुलिन या अन्य दवाओं का सेवन कर रहे हैं। लो ब्लड शुगर के खतरनाक लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं, इसलिए इसे नजरअंदाज करना गंभीर हो सकता है।
हाइपोग्लाइसीमिया क्या है?
हाइपोग्लाइसीमिया तब होता है जब रक्त में शुगर का स्तर 70 mg/dL (3.9 mmol/L) से कम हो जाता है। अगर यह स्तर 54 mg/dL (3.0 mmol/L) से भी नीचे चला जाए, तो स्थिति अत्यधिक गंभीर हो जाती है। ऐसे में आपको तुरंत मेडिकल सहायता की आवश्यकता हो सकती है। ग्लूकोज आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करने वाला मुख्य स्रोत है, और इसके स्तर में कमी शरीर में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न कर सकती है।
लो ब्लड शुगर के कारण
हाइपोग्लाइसीमिया मुख्यतः डायबिटीज से संबंधित है, लेकिन मधुमेह के बिना भी कई कारणों से हो सकता है:
1. डायबिटीज: डायबिटीज के मरीजों में अधिक इंसुलिन डोज या दवाओं की अधिक मात्रा ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकती है, खासकर जब वे कम खाना खाते हैं या ज्यादा व्यायाम करते हैं।
2. दवाएं: अन्य दवाएं और इंसुलिन इंजेक्शन भी ब्लड शुगर को कम कर सकते हैं, भले ही व्यक्ति मधुमेह से पीड़ित न हो।
3. शराब का सेवन: अत्यधिक शराब पीने से भी हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
4. लिवर और किडनी डिजीज: ये बीमारियाँ भी रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकती हैं।
5. भोजन की कमी: अगर कोई व्यक्ति भोजन छोड़ता है या सामान्य से कम खाता है, तो भी लो ब्लड शुगर की समस्या हो सकती है।
लो ब्लड शुगर के लक्षण
डॉक्टरों के अनुसार, हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण तेजी से प्रकट हो सकते हैं, जैसे:
– दिल की धड़कन महसूस होना
– थकान और चक्कर आना
– त्वचा का पीलापन
– कंपकंपी
– चिंता और चिड़चिड़ापन
– अत्यधिक पसीना आना
– भूख लगना
– गाल का सुन्न होना
इन लक्षणों के अलावा, कामों को पूरा करने में असमर्थता, धुंधला नजर आना, दौरे पड़ना, और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई भी हाइपोग्लाइसीमिया के संकेत हो सकते हैं। गंभीर हाइपोग्लाइसीमिया जीवन के लिए खतरा हो सकता है और इसके लिए तत्काल चिकित्सा उपचार की आवश्यकता होती है।
गर्भवती महिलाओं के लिए चेतावनी
गर्भवती महिलाएं, खासकर जो टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित हैं, उन्हें हार्मोनल परिवर्तनों के कारण लो ब्लड शुगर का अनुभव होने की अधिक संभावना होती है, विशेषकर पहली तिमाही में।
निष्कर्ष
लो ब्लड शुगर, या हाइपोग्लाइसीमिया, एक गंभीर स्थिति है जिसे समय पर पहचानना और उपचार करना आवश्यक है। यदि आपको इसके लक्षण महसूस हों, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें और अपने आहार और दवाओं पर ध्यान दें। हमेशा याद रखें, आपकी सेहत सबसे पहले आती है!