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सांस अभियान 2025–26 का शुभारंभ: मुख्यमंत्री धामी बोले – हर बच्चे की सुरक्षित सांस ही सशक्त उत्तराखण्ड का आधार

राज्यभर में 12 नवम्बर 2025 से 28 फरवरी 2026 तक चलेगा बाल निमोनिया जागरूकता अभियान, हर घर तक पहुँचेगा ‘सांस’ का संदेश।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के दिशा-निर्देशों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM), उत्तराखण्ड के अंतर्गत संचालित ‘सांस (Social Awareness and Action to Neutralize Pneumonia Successfully) 2025–26’ अभियान का राज्यस्तरीय शुभारंभ विश्व निमोनिया दिवस के अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (CHC) डोईवाला में किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यवाहक मिशन निदेशक श्रीमती अनुराधा पाल ने किया। उन्होंने कहा कि “निमोनिया से हर वर्ष बच्चों की जान जाती है, जबकि यह बीमारी समय पर पहचान और उपचार से पूरी तरह रोकी जा सकती है।” उन्होंने माता-पिता से अपील की कि वे अपने बच्चों का समय पर टीकाकरण कराएं और किसी भी लक्षण की स्थिति में चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें।

निदेशक, NHM डॉ. रश्मि पंत ने कहा कि “शिशु देखभाल की सही जानकारी ही निमोनिया से सुरक्षा की सबसे बड़ी कुंजी है।” उन्होंने माताओं को स्तनपान कराने, समय पर पूरक आहार देने, स्वच्छता बनाए रखने और PCV टीकाकरण की अनिवार्यता पर बल दिया।
कार्यक्रम में पाँच वर्ष से कम आयु के बच्चों को पोषण किट वितरित की गईं ताकि उनकी प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ सके और समग्र विकास सुनिश्चित हो।

डीजी हेल्थ सर्विसेज डॉ. आर.सी. पंत ने समुदाय की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया, जबकि डॉ. तृप्ति बहुगुणा (सलाहकार, SHSRC) ने कहा कि “निमोनिया से लड़ाई में आशा, एएनएम और माता-पिता की सक्रिय भागीदारी जरूरी है।”
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज शर्मा ने कहा कि राज्य में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को और सशक्त बनाया जा रहा है।

इस दौरान बताया गया कि सांस अभियान 12 नवम्बर 2025 से 28 फरवरी 2026 तक पूरे राज्य में चलेगा।
इस अवधि में जिलेवार जागरूकता अभियान, स्वास्थ्य शिविर, घर-घर आशा व एएनएम भ्रमण, बच्चों में खतरे के लक्षणों की पहचान और Active Case Finding जैसी गतिविधियाँ आयोजित होंगी।

कार्यक्रम में डॉ. उमा रावत (सहायक निदेशक, बाल स्वास्थ्य), IEC टीम, बाल स्वास्थ्य प्रकोष्ठ, सीएचसी डोईवाला के चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ सहित स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि सरकार बाल स्वास्थ्य को लेकर बेहद गंभीर है।
“सांस अभियान को जन-आंदोलन की तरह चलाया जा रहा है। आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित कर घर-घर तक संदेश पहुँचाया जाएगा।”
उन्होंने बताया कि लक्ष्य है कि अगले एक वर्ष में पाँच वर्ष से कम आयु के बच्चों में निमोनिया से मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी लायी जाए।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कहा:
“राज्य सरकार का लक्ष्य है कि उत्तराखण्ड के किसी भी बच्चे की जान ऐसी बीमारियों से न जाए जिन्हें रोका जा सकता है। जागरूकता, समय पर पहचान और उपचार ही निमोनिया से बचाव के सबसे प्रभावी उपाय हैं। हर बच्चे की सुरक्षित सांस ही सशक्त उत्तराखण्ड का आधार बनेगी।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘स्वस्थ भारत – सशक्त भारत’ के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए राज्य सरकार मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में लगातार सुधार के प्रयास कर रही है।


🩵 मुख्य तथ्य (Highlights)

  • अभियान अवधि: 12 नवम्बर 2025 – 28 फरवरी 2026

  • उद्देश्य: निमोनिया से बाल मृत्यु दर में कमी

  • प्रमुख गतिविधियाँ: टीकाकरण, स्वास्थ्य शिविर, जागरूकता अभियान, Active Case Finding

  • प्रमुख अधिकारी: अनुराधा पाल, डॉ. रश्मि पंत, डॉ. आर.सी. पंत, डॉ. आर. राजेश कुमार

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