नई दिल्ली, 29 मई – अमेरिकी शेयर बाजार वॉल स्ट्रीट और व्हाइट हाउस में इन दिनों एक नया शब्द चर्चा में है – TACO, जिसका मतलब है “Trump Always Chickens Out” यानी “ट्रंप हमेशा पीछे हट जाते हैं”। यह शब्द अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति को लेकर बनाया गया है, जिसमें वे पहले सख्त शुल्क की धमकी देते हैं, लेकिन बाद में उसे स्थगित या कम कर देते हैं। यह पैटर्न निवेशकों और बाजार विश्लेषकों के लिए एक परिचित ट्रेडिंग रणनीति बन चुका है।
इस शब्द को पहली बार फाइनेंशियल टाइम्स के स्तंभकार रॉबर्ट आर्मस्ट्रांग ने मई की शुरुआत में अपने कॉलम में इस्तेमाल किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ट्रंप के कार्यकाल के दौरान बाजार में कई बार ऐसा देखा गया है कि टैरिफ की धमकी के तुरंत बाद शेयर बाजार में गिरावट आती है, लेकिन जैसे ही ट्रंप पीछे हटते हैं या शुल्क को टालते हैं, बाजार फिर से चढ़ने लगता है।
व्हाइट हाउस में TACO पर ट्रंप की प्रतिक्रिया
TACO शब्द को लेकर ट्रंप की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। व्हाइट हाउस में आयोजित एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान जब सीएनबीसी की संवाददाता मेगन कैसेला ने इस शब्द का ज़िक्र किया, तो ट्रंप ने इसे “बुरा सवाल” बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि उनके टैरिफ कदम रणनीतिक थे, और उन्हें बातचीत का हिस्सा कहा। ट्रंप का कहना था, “अगर मैंने यूरोप पर 50 फीसदी टैरिफ की धमकी नहीं दी होती, तो वे बातचीत के लिए तैयार नहीं होते।”
बाजार पर TACO का असर
ट्रंप की टैरिफ घोषणाओं का शेयर बाजार पर सीधा असर देखने को मिला है। 12 मई को ट्रंप ने चीनी आयात पर 145% तक टैरिफ लगाने की धमकी दी थी, लेकिन बाद में 90 दिनों की रोक लगा दी गई। इसी तरह, 26 मई को यूरोपीय वस्तुओं पर 50% टैरिफ जुलाई तक स्थगित कर दिया गया। इन दोनों घटनाओं के बाद वित्तीय बाजारों में तेज़ी आई, जिससे स्पष्ट हो गया कि निवेशक इस “धमकी और पीछे हटने” के चक्र से परिचित हो चुके हैं।
विशेषज्ञों की राय
वाइटल नॉलेज के एडम क्रिसफुली ने 28 मई के अपने शोध नोट में लिखा कि TACO मानसिकता अब निवेश रणनीतियों को प्रभावित कर रही है। उन्होंने बताया कि बाजार के प्रतिभागी अब टैरिफ से जुड़ी ट्रंप की धमकियों को उतनी गंभीरता से नहीं लेते जितना पहले लेते थे। निवेशकों को अब अंदाजा हो गया है कि धमकी के बाद आमतौर पर कोई नरमी देखने को मिलेगी।
TACO अब एक ट्रेडिंग शब्द से अधिक बन चुका है – यह एक राजनीतिक पैटर्न का प्रतीक है जो अमेरिकी बाजार और नीतियों पर गहरा असर डाल रहा है। हालांकि ट्रंप इसे रणनीति का हिस्सा बताते हैं, लेकिन आलोचकों के लिए यह भ्रम और अस्थिरता का संकेत है। आने वाले समय में यह देखा जाएगा कि क्या यह पैटर्न 2024 के चुनावी माहौल में भी जारी रहेगा या इसमें बदलाव होगा।