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शेयर बाजार में जोरदार तेजी: सेंसेक्स 320 अंक चढ़ा, निफ्टी 24,800 के पार बंद

Strong rise in stock market: Sensex rose 320 points, Nifty closed above 24,800

मुंबई, 29 मई: कारोबारी सप्ताह के चौथे दिन भारतीय शेयर बाजार में मजबूती देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 320 अंकों की तेजी के साथ 81,633.02 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 0.33 फीसदी की बढ़त के साथ 24,833.60 के स्तर पर बंद हुआ। बाजार में यह तेजी वैश्विक संकेतों, खासकर अमेरिका से आई सकारात्मक खबरों और सेक्टोरल खरीदारी के चलते देखने को मिली।

रियल्टी और मेटल स्टॉक्स में जबरदस्त खरीदारी

सप्ताह के इस कारोबारी सत्र में रियल्टी सेक्टर में सबसे अधिक तेजी रही। निफ्टी रियल्टी इंडेक्स 1.2 फीसदी की बढ़त के साथ सबसे आगे रहा। इसके अलावा निफ्टी मेटल ने भी 0.8 फीसदी की मजबूती दिखाई। आईटी और फार्मा शेयरों में भी खरीदारी देखने को मिली और दोनों इंडेक्स क्रमशः 0.5 फीसदी ऊपर बंद हुए।

कुछ सेक्टर्स में गिरावट

हालांकि, कुछ सेक्टर्स दबाव में रहे। निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में 0.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। एफएमसीजी सेक्टर भी कमजोर रहा और इसमें 0.6 फीसदी की गिरावट देखी गई। इसके बावजूद, व्यापक बाजार में सकारात्मक रुख बना रहा।

बैंक और मिडकैप में भी तेजी

निफ्टी बैंक इंडेक्स में भी सुधार देखा गया और यह 129 अंकों की बढ़त के साथ 55,546 पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी मिडकैप इंडेक्स में भी 316 अंकों की उछाल दर्ज की गई, जिससे यह 57,457 पर बंद हुआ।

ग्लोबल संकेतों ने दिया सहारा

अमेरिका की अदालत द्वारा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ प्रस्तावों पर रोक लगाए जाने के बाद वैश्विक बाजारों में सुधार देखा गया। इसका असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा और निवेशकों की धारणा मजबूत हुई। एशियाई बाजारों और वॉल स्ट्रीट वायदा बाजार में आई तेजी से घरेलू बाजार को सकारात्मक संकेत मिले।

ओपनिंग में भी दिखा जोश

दिन की शुरुआत से ही बाजार में तेजी बनी रही। सेंसेक्स 490 अंकों की उछाल के साथ 81,803.08 पर खुला था, जबकि निफ्टी 0.47 फीसदी की बढ़त के साथ 24,868.50 पर ओपन हुआ। दिन भर बाजार ने ऊपरी स्तरों को बनाए रखा और अंत में मजबूती के साथ क्लोजिंग की।

निष्कर्ष

सकारात्मक वैश्विक संकेत, मजबूत सेक्टोरल परफॉर्मेंस और ब्रोकरेज फर्मों के भरोसेमंद विश्लेषणों के चलते शेयर बाजार ने एक और हरे निशान में दिन पूरा किया। आने वाले सत्रों में वैश्विक घटनाक्रम और घरेलू आर्थिक आंकड़े बाजार की दिशा तय करेंगे।

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