श्रीगंगानगर: राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर एक बुजुर्ग दंपती से 1 करोड़ 5 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। चूनावढ़ गांव के रहने वाले बुजुर्ग दंपती को एक ठग ने वीडियो कॉल पर खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए जेल जाने का डर दिखाया। डर और धोखे के कारण दंपती ने अपनी जमा पूंजी ठग द्वारा बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दी।
फर्जी CBI अधिकारी का झांसा
साइबर थाना प्रभारी डीएसपी कुलदीप वालिया ने बताया कि 15 नवंबर को बुजुर्ग दंपती को पुलिस की वर्दी पहने एक व्यक्ति ने वीडियो कॉल की। उसने कहा कि उनके खाते में जमा राशि “डिफॉल्टर मनी” है, जिसके कारण उन्हें 7 साल की जेल हो सकती है। अगले दिन भी व्यक्ति ने तीन बार कॉल कर दंपती को डराते हुए कहा कि राशि जांच के लिए उसके बताए खाते में ट्रांसफर करनी होगी। झांसे में आकर बुजुर्ग दंपती ने कुल 1.05 करोड़ रुपये ठग के खाते में जमा कर दिए।
जमीन बेचकर जमा की थी राशि
बुजुर्ग दंपती ने बताया कि उन्होंने 3 साल पहले अपनी 32 बीघा जमीन बेची थी और वह राशि बैंक खाते में जमा कर रखी थी। इसके अलावा, समय-समय पर फसल की बिक्री से मिलने वाली रकम भी खातों में जमा कराई थी।
ठगी का खुलासा और पुलिस जांच
एसपी गौरव यादव ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। अब तक 18 लाख रुपये की राशि का पता चला है, जिसे भोपाल के दो खातों में ट्रांसफर किया गया था। इन खातों को होल्ड कर दिया गया है। पुलिस की एक टीम भोपाल भेजी जा रही है, जबकि साइबर अपराध शाखा मामले को गहराई से खंगाल रही है।
सतर्कता की अपील
पुलिस ने इस घटना को लेकर लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। अज्ञात कॉल्स पर निजी जानकारी साझा न करने और किसी भी अनजान व्यक्ति के कहने पर लेन-देन करने से बचने की सलाह दी गई है।
यह घटना डिजिटल ठगी के बढ़ते खतरे को उजागर करती है और जनता को सतर्क रहने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।