नई दिल्ली: चुनावी साल में दिल्ली की राजनीति में ऑटो चालकों को लेकर बड़ी हलचल देखने को मिली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पूर्वी दिल्ली में एक ऑटो चालक के घर भोजन करने के साथ ऑटो चालकों के लिए 5 गारंटियों का ऐलान किया। वहीं, इसके जवाब में बीजेपी ने भी ऑटो चालकों को 7 वादे किए और आम आदमी पार्टी पर बड़े आरोप लगाए।
केजरीवाल की ऑटो चालकों को 5 गारंटियां:
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ऑटो चालकों को राहत देने के लिए 5 बड़े वादे किए:
- ऑटो चालकों का 10 लाख रुपये तक का बीमा।
- ऑटो चालकों की बेटियों की शादी के लिए 1 लाख रुपये की मदद।
- वर्दी के लिए साल में दो बार ₹2500 का अनुदान, सीधे खाते में।
- ऑटो चालकों के बच्चों की कोचिंग का खर्च सरकार वहन करेगी।
- बंद पड़े “पूछो ऐप” को फिर से चालू किया जाएगा।
केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार हमेशा ऑटो चालकों के हितों के लिए काम करती रही है और इसे आगे भी प्राथमिकता देगी।
बीजेपी ने दिए 7 वादे:
केजरीवाल के ऐलान के बाद दिल्ली बीजेपी ने भी अपनी रणनीति तेज कर दी। प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने ऑटो चालकों को 7 वादे किए और कहा कि बीजेपी सत्ता में आते ही उनके जीवन में बड़ा बदलाव लाएगी।
बीजेपी ने आप पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 12 सालों से केजरीवाल सिर्फ सपने बेच रहे हैं और ऑटो चालकों की स्थिति में सुधार के लिए कुछ नहीं किया।
ऑटो चालकों की प्रतिक्रिया:
ऑटो चालक नवनीत ने केजरीवाल की सराहना करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री ने परिवार के सदस्य की तरह मेरी समस्याएं सुनीं और समाधान बताए। उन्होंने मुझे कल चाय पर बुलाया था, लेकिन मुझे नहीं पता था कि वे इतनी जल्दी मेरे घर भोजन करने आएंगे। ऑटो चालक ही उनका असली परिवार हैं।”
निष्कर्ष:
चुनाव से पहले ऑटो चालकों को लेकर राजनीतिक दलों की घोषणाएं जोर पकड़ रही हैं। अब देखना यह है कि यह वादे कितने पूरे होते हैं और जनता किस पर विश्वास जताती है।