विकासनगर (देहरादून): उत्तराखंड के देहरादून जिले के कालसी तहसील क्षेत्र से भ्रष्टाचार का एक गंभीर मामला सामने आया है। विजिलेंस की टीम ने कार्रवाई करते हुए एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी पटवारी पर एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद सतर्कता विभाग ने जाल बिछाकर उसे पकड़ लिया।
शिकायत के बाद हुई कार्रवाई
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता ने विजिलेंस के टोल फ्री नंबर 1064 पर कॉल कर सूचना दी थी कि कालसी तहसील में तैनात पटवारी गुलशन हैदर ने प्रमाण पत्र बनाने के एवज में रिश्वत मांगी है। शिकायतकर्ता का कहना था कि उसके चचेरे भाइयों ने मूल निवास और जाति प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, जिसे पटवारी ने अस्वीकृत कर दिया। जब शिकायतकर्ता ने पटवारी से संपर्क किया, तो उसने प्रमाण पत्र जारी करने के लिए 2000 रुपये की मांग की और तहसील कार्यालय बुलाया।
विजिलेंस टीम की योजनाबद्ध कार्रवाई
शिकायत मिलते ही विजिलेंस देहरादून की ट्रैप टीम ने मामले की पुष्टि करते हुए योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की। तय समय और स्थान पर जब शिकायतकर्ता ने पटवारी गुलशन हैदर को दो हजार रुपये सौंपे, उसी समय विजिलेंस टीम ने दबिश दी और पटवारी को रंगे हाथों पकड़ लिया। यह कार्रवाई 26 मई को कालसी तहसील कार्यालय के एक निजी कमरे में की गई।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती
विजिलेंस निदेशक डॉ. वी. मुरुगेसन ने जनता से अपील करते हुए कहा कि यदि कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी अपने पद का दुरुपयोग करते हुए किसी प्रकार की रिश्वत की मांग करता है, तो उसकी तुरंत शिकायत करें। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर बेहद गंभीर है और ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई की जाएगी।
शिकायत कैसे करें?
राज्य के किसी भी हिस्से से कोई भी नागरिक विजिलेंस को टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1064 पर कॉल कर सकता है। इसके अलावा व्हाट्सएप नंबर 9456592300 या ईमेल vighq_uk@nic.in पर भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। विभाग की सतर्कता से यह स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यह कार्रवाई न केवल प्रशासनिक जवाबदेही का उदाहरण है, बल्कि आम जनता को न्याय दिलाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम भी है।