उत्तराखंड

मुख्यमंत्री आवास में पारंपरिक उल्लास के साथ मनाया गया इगास पर्व

“मुख्यमंत्री आवास में पारंपरिक उल्लास के साथ इगास पर्व का भव्य आयोजन, लोक संस्कृति और सामूहिक आस्था की झलक से गूंज उठा परिसर”

देहरादून, 2 नवम्बर: मुख्यमंत्री आवास में आज इगास (बूढ़ी दिवाली) पर्व बड़े हर्षोल्लास, पारंपरिक आस्था और सांस्कृतिक गौरव के साथ भव्य रूप से मनाया गया।
देवभूमि की लोक परंपराओं को समर्पित इस विशेष अवसर पर राज्यपाल ले. ज. गुरमीत सिंह (से नि) की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “इगास हमारी सांस्कृतिक अस्मिता, लोक आस्था और सामूहिक भावना का प्रतीक है।”


🎶 लोक संस्कृति की झलक से गूंज उठा परिसर

इस अवसर पर उत्तराखण्ड के सुप्रसिद्ध लोक कलाकारों, गायकों और सांस्कृतिक दलों ने पारंपरिक लोकगीतों और नृत्यों की मनमोहक प्रस्तुतियां दीं।
हारुल, झूमेलो, चांचरी, थड़िया, जागर जैसे पारंपरिक नृत्य–गायन ने कार्यक्रम को जीवंत बना दिया और पूरा परिसर लोकधुनों की गूंज से सराबोर हो उठा।

मुख्यमंत्री धामी ने स्वयं भी कलाकारों के बीच पहुँचकर उनकी प्रस्तुति का आनंद लिया और उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा —

“हमारी लोक संस्कृति और परंपराएं हमारी सबसे बड़ी धरोहर हैं। इन्हें बचाना और आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाना हमारा सामूहिक दायित्व है।”


🪔 मुख्यमंत्री ने खेला “भैलो”, बढ़ाया लोक उल्लास

इगास उत्सव के पारंपरिक क्रम में मुख्यमंत्री ने लोक मान्यताओं के अनुसार परंपरागत रूप से ‘भैलो’ भी खेला।
कार्यक्रम स्थल पर बुजुर्गों, युवाओं और बच्चों में विशेष उत्साह देखा गया। पूरा वातावरण पर्वतीय संस्कृति की खुशियों और लोकगीतों से भर गया।


🏔️ प्रवासी उत्तराखण्डियों से जुड़ने का आह्वान

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रवासी उत्तराखण्डी अब अपने पैतृक गांवों में लौटकर इगास मना रहे हैं — यह राज्य की संस्कृति के पुनर्जीवन का प्रतीक है।
उन्होंने विश्वभर में बसे उत्तराखण्डियों से अपील की कि वे भी अपने गांवों और परिवारों के साथ लोक पर्व मनाएं और अपनी जड़ों से जुड़े रहें।


🌄 “विकल्प रहित संकल्प” के साथ विकास की राह

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के संकल्प वाक्य को दोहराते हुए कहा —

“तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा — यह केवल घोषणा नहीं, बल्कि उत्तराखण्ड के उज्ज्वल भविष्य का संकल्प है।”

उन्होंने कहा कि यह दशक समग्र विकास, रोजगार-सृजन, पर्यटन व आध्यात्मिक पर्यटन विस्तार, प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और युवा शक्ति के सशक्तिकरण का होगा।
मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि सभी लोग “विकल्प रहित संकल्प” की भावना के साथ उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने में योगदान दें।


✨ समापन संदेश

कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री धामी ने कहा —

“इस इगास पर संकल्प लें कि न केवल अपने घरों में दीप जलाएं, बल्कि अपने मन में भी अपनी संस्कृति के प्रति गर्व का दीप प्रज्ज्वलित रखें।”


📸 कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य

कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, श्री गणेश जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री श्री भगत सिंह कोश्यारी, श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल, मुख्य सचिव एवं अनेक जनप्रतिनिधि, प्रवासी उत्तराखण्डी और सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़े लोग उपस्थित रहे।

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