नई दिल्ली: मेटा (फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप की पैरेंट कंपनी) ने भारतीय नागरिकों को साइबर घोटालों से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से ‘घोटालों से बचाओ’ अभियान की शुरुआत की। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सहयोग से इस राष्ट्रीय अभियान का उद्घाटन किया गया। इस दो महीने लंबे अभियान में 9 भारतीय भाषाओं में जागरूकता सामग्री, दूरदर्शन पर विशेष टॉक शो, और ऑनलाइन सुरक्षा प्रथाओं को बढ़ावा देने वाली शैक्षिक फिल्में शामिल हैं।
इस अभियान का उद्देश्य लोगों को डिजिटल खतरों से सुरक्षित रखने के लिए मेटा के सुरक्षा उपायों जैसे दो-कारक प्रमाणीकरण, गोपनीयता सेटिंग्स और ब्लॉकिंग और रिपोर्टिंग फीचर्स को उजागर करना है। बॉलीवुड स्टार आयुष्मान खुराना द्वारा विशेष फिल्म में, लोगों को सबसे आम ऑनलाइन घोटालों से अवगत कराया गया है और उन्हें सतर्क रहने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के सचिव एस. कृष्णन ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता डिजिटल सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। वहीं, गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) के सीईओ राजेश कुमार ने कहा कि यह पहल साइबर सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देने और कानून प्रवर्तन क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने इस अभियान की तारीफ करते हुए कहा कि मेटा की विशेषज्ञता का लाभ उठाकर यह पहल भारत में 900 मिलियन से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को साइबर खतरों से बचाने में मदद करेगी। अभियान डिजिटल सुरक्षा और सतर्कता की संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ-साथ UPI लेनदेन में वैश्विक अग्रणी भारत के नागरिकों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया है।
मेटा ने इस अभियान के तहत इंस्टाग्राम क्रिएटर्स के साथ साझेदारी कर एक कंटेंट सीरीज भी शुरू की है, जिसका मकसद लोगों को घोटालों को पहचानने और मेटा के सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल कर खुद को सुरक्षित रखने के लिए जागरूक करना है।