नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 से पहले चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने एक बड़ा और भावनात्मक फैसला लिया है। टीम के पूर्व कप्तान और आईपीएल इतिहास के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फिर टीम की कमान संभाल ली है। 2024 सीजन में कप्तानी करने वाले रुतुराज गायकवाड़ की जगह धोनी की वापसी को लेकर जहां प्रशंसकों में उत्साह की लहर है, वहीं खुद गायकवाड़ ने बेहद गरिमामयी प्रतिक्रिया देकर सभी का दिल जीत लिया है।
गायकवाड़ की भावुक प्रतिक्रिया – “धोनी भाई से सीखना मेरे लिए सौभाग्य”
धोनी की दोबारा कप्तानी को लेकर रुतुराज गायकवाड़ ने जो प्रतिक्रिया दी, उसने उनकी परिपक्वता और खेल भावना की शानदार मिसाल पेश की। उन्होंने कहा, “मेरे लिए यह गर्व और सौभाग्य की बात है कि मैंने धोनी भाई के मार्गदर्शन में टीम की कप्तानी की। अब जब वह वापस आ रहे हैं, तो यह हमारे लिए एक नई ऊर्जा और प्रेरणा है। उनके नेतृत्व में खेलना हमेशा खास होता है।”
गायकवाड़ ने आगे कहा कि धोनी से उन्हें न सिर्फ क्रिकेट बल्कि नेतृत्व और मानसिक मजबूती की भी सीख मिली है। “मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे धोनी जैसे लीजेंड के साथ खेलने और सीखने का अवसर मिला। टीम की सफलता सबसे महत्वपूर्ण है और मैं हर भूमिका में उसे सहयोग देने के लिए तैयार हूं,” उन्होंने कहा।
धोनी की वापसी – रणनीति या विदाई की तैयारी?
2024 सीजन में धोनी ने कप्तानी से हटकर गायकवाड़ को कमान सौंपी थी, लेकिन टीम प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाई। इसके बाद 2025 की नीलामी और टीम समीक्षा के दौरान यह निर्णय लिया गया कि धोनी फिर से कप्तानी संभालें। विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला पूरी तरह धोनी का निजी निर्णय हो सकता है। कई क्रिकेट जानकारों का यह भी मानना है कि IPL 2025 शायद धोनी का आखिरी सीजन हो, और वे अपने आखिरी साल को टीम के लिए यादगार बनाना चाहते हैं।
फैंस में फिर जागा ‘थाला’ का जुनून
धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने पांच बार आईपीएल खिताब जीता है। जैसे ही यह खबर सामने आई कि धोनी फिर से कप्तान बनेंगे, सोशल मीडिया पर #CaptainDhoniAgain ट्रेंड करने लगा। प्रशंसकों ने एक बार फिर ‘थाला’ के मैदान पर लौटने की खबर का स्वागत जोश के साथ किया। CSK फैंस को उम्मीद है कि धोनी की अगुवाई में टीम एक बार फिर चैंपियन बनने की दौड़ में सबसे आगे होगी।
गायकवाड़ ने भविष्य के लिए रखा मजबूत आधार
हालांकि रुतुराज गायकवाड़ की कप्तानी में सीएसके ट्रॉफी नहीं जीत सकी, लेकिन उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता, शांत स्वभाव और बल्लेबाज़ी के प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा। उन्होंने टीम को कई मुश्किल मैचों में संभाला और बतौर कप्तान संतुलित निर्णय लेने की क्षमता दिखाई।
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि गायकवाड़ को कप्तानी सौंपना सीएसके की दूरदर्शी रणनीति थी – जिससे टीम को भविष्य का मजबूत नेता तैयार करने में मदद मिले।
एक मिसाल बना गायकवाड़ का रवैया
धोनी की वापसी पर जिस विनम्रता और सकारात्मकता के साथ रुतुराज गायकवाड़ ने प्रतिक्रिया दी है, वह क्रिकेट जगत में एक मिसाल बन गई है। सोशल मीडिया पर उनके व्यवहार की जमकर सराहना हो रही है। एक युवा खिलाड़ी के रूप में उन्होंने यह दिखा दिया कि खेल सिर्फ जीत-हार का नाम नहीं, बल्कि एक मानसिक और भावनात्मक संतुलन भी है।
गायकवाड़ की यह प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि सीएसके का भविष्य सुरक्षित हाथों में है, और जब भी धोनी संन्यास लेंगे, टीम को एक समर्पित और विनम्र कप्तान की दिशा में आगे ले जाने वाला खिलाड़ी पहले से तैयार होगा।