देहरादून में होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित रैतिक परेड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परेड की सलामी लेकर इसे ऐतिहासिक बना दिया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने न केवल होमगार्ड्स के योगदान को सराहा, बल्कि उनकी भलाई के लिए चार बड़ी घोषणाएं भी की।
सीएम धामी की प्रमुख घोषणाएं
- ऊंचाई पर तैनात होमगार्ड्स को प्रोत्साहन भत्ता:
- 9000 फीट से अधिक ऊंचाई पर तैनात होमगार्ड स्वयंसेवकों को 200 रुपए प्रतिदिन प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
- सीडीआरएफ के साथ तैनाती पर भत्ता:
- प्रशिक्षित होमगार्ड की सीडीआरएफ जवानों के साथ तैनाती पर 100 रुपए प्रतिदिन प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
- वर्दी भत्ता हर साल:
- होमगार्ड अधिकारियों और कर्मचारियों को हर तीन साल में मिलने वाले वर्दी भत्ते को अब प्रतिवर्ष प्रदान किया जाएगा।
- अनुग्रह राशि में बढ़ोतरी:
- 60 साल की उम्र पूरी करने वाले होमगार्ड्स को होमगार्ड कल्याण कोष से दी जाने वाली अनुग्रह राशि में 50,000 रुपए की वृद्धि की जाएगी।
अन्य सुधार और सुविधाएं
- आधुनिक फायरिंग रेंज का निर्माण:
प्रेमनगर में होमगार्ड के लिए अत्याधुनिक इनडोर फायरिंग रेंज तैयार की जा रही है, जहां उन्हें शस्त्र प्रशिक्षण मिलेगा। - सीएसडी कैंटीन की सुविधा:
होमगार्ड्स को सेना के जवानों की तर्ज पर सीएसडी कैंटीन का लाभ मिलेगा। - अवकाश की सुविधा:
पहली बार होमगार्ड जवानों को 12 आकस्मिक अवकाश और महिला होमगार्ड्स को प्रसूति अवकाश दिया जाएगा।
होमगार्ड्स का योगदान सराहा
सीएम धामी ने कहा, “होमगार्ड्स हर परिस्थिति में कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। चाहे चारधाम यात्रा हो, कांवड़ यात्रा हो, कुंभ मेला हो या यातायात प्रबंधन। होमगार्ड्स का कार्य अनुकरणीय है।”
इस आयोजन में होमगार्ड राहत कोष से दो जवानों के बच्चों को छात्रवृत्ति भी प्रदान की गई। मुख्यमंत्री ने “होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा” की स्मारिका पुस्तक का विमोचन भी किया।
भविष्य की दिशा
राज्य सरकार ने होमगार्ड्स के कल्याण और उनके संगठन के उत्थान के लिए प्रतिबद्धता जताई है। इन घोषणाओं से होमगार्ड्स का मनोबल बढ़ेगा और उनकी कार्यक्षमता में वृद्धि होगी।