नई दिल्ली, 11 जून — विदेश यात्रा के लिए कई बार ऐसे मौके आते हैं जब अचानक पासपोर्ट की आवश्यकता पड़ जाती है। चाहे कोई आपातकालीन चिकित्सा कारण हो, कोई सरकारी कार्य या फिर नौकरी से जुड़ी कोई अनिवार्यता, ऐसे में तत्काल पासपोर्ट सेवा एक उपयोगी विकल्प बनकर सामने आती है। यह सेवा विशेष रूप से उन नागरिकों के लिए शुरू की गई है जिन्हें कम समय में पासपोर्ट की आवश्यकता होती है।
सामान्य की तुलना में तेजी से बनता है पासपोर्ट
जहां सामान्य पासपोर्ट बनने में लगभग 30 से 45 दिन का समय लग जाता है, वहीं तत्काल पासपोर्ट आवेदन प्रक्रिया कहीं अधिक तेज होती है। इस योजना के तहत आवेदन करने के बाद तीन कार्य दिवसों में पासपोर्ट जारी किया जा सकता है। खास बात यह है कि इसके लिए गजटेड अधिकारी से सत्यापन प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं होती।
आवश्यक दस्तावेज क्या हैं?
पासपोर्ट सेवा पोर्टल के अनुसार, तत्काल पासपोर्ट के लिए आवेदन करते समय आवेदक को कम से कम तीन पहचान दस्तावेज़ जमा करने होते हैं। इनमें से कुछ मुख्य दस्तावेज निम्नलिखित हैं:
- आधार कार्ड या ई-आधार
- वोटर आईडी
- पैन कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- जाति प्रमाण पत्र (SC/ST/OBC)
- सरकारी या निजी क्षेत्र की सेवा आईडी
- पेंशन संबंधित दस्तावेज
शुल्क संरचना और वैधता
तत्काल पासपोर्ट के तहत आवेदन करने पर शुल्क आवेदन की प्रकृति पर निर्भर करता है। पासपोर्ट इंडिया वेबसाइट के अनुसार:
- सामान्य नया या पुनः जारी पासपोर्ट (10 वर्ष वैधता): ₹3,500
- तत्काल सेवा के तहत नया या पुनः जारी पासपोर्ट: ₹4,000
- खोया या क्षतिग्रस्त पासपोर्ट का प्रतिस्थापन: ₹5,000
किन्हें नहीं मिलती यह सेवा?
हालांकि यह सेवा व्यापक है, लेकिन कुछ विशेष श्रेणियों को तत्काल योजना का लाभ नहीं मिलता। जैसे:
- विदेश में जन्में भारतीय मूल के नागरिक
- गृह मंत्रालय द्वारा नागरिकता प्राप्त व्यक्ति
- नाम परिवर्तन के इच्छुक आवेदक
- जम्मू-कश्मीर के निवासी
- गोद लिए गए बच्चे या जिनके माता-पिता का तलाक नहीं हुआ हो
सरल प्रक्रिया, तेज परिणाम
तत्काल पासपोर्ट सेवा उन लोगों के लिए बेहद लाभकारी है जिन्हें अल्प समय में विदेश यात्रा करनी होती है। बिना पुलिस सत्यापन के प्रक्रिया पूरी होती है और पासपोर्ट जल्द डिलीवर कर दिया जाता है।
सरकार की यह पहल न केवल सुविधाजनक है बल्कि आपात स्थितियों में राहत का जरिया भी बन रही है।