नई दिल्ली: 79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कई ऐतिहासिक घोषणाएं कीं। यह उनका लगातार 12वां स्वतंत्रता दिवस संबोधन था, जिससे उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत को लक्ष्य बनाते हुए रक्षा, ऊर्जा, रोजगार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई महत्वाकांक्षी योजनाओं की शुरुआत की। इनमें प्रमुख रूप से ‘मिशन सुदर्शन चक्र’, ‘पीएम विकसित भारत रोजगार योजना’ और भारत के पहले घरेलू सेमीकंडक्टर चिप्स का लॉन्च शामिल है।
मुख्य घोषणाएं:
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मिशन सुदर्शन चक्र:
इस मिशन के तहत देश में इजरायल के आयरन डोम जैसी स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम का विकास किया जाएगा। लक्ष्य वर्ष 2035 तक इसे पूरी तरह घरेलू तकनीक से तैयार करना है। -
पहले स्वदेशी सेमीकंडक्टर चिप्स:
2025 के अंत तक भारत के पहले घरेलू सेमीकंडक्टर चिप्स बाजार में आएंगे, जिससे इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल और रक्षा क्षेत्र में क्रांति आएगी। -
पीएम विकसित भारत रोजगार योजना:
1 लाख करोड़ रुपये की इस योजना के तहत 3.5 करोड़ नौकरियां सृजित होंगी। युवाओं को पहली निजी नौकरी पर 15,000 रुपये मिलेंगे और नियोक्ताओं को प्रोत्साहन मिलेगा। -
जनसांख्यिकी मिशन:
सीमावर्ती क्षेत्रों में हो रहे जनसांख्यिकीय बदलाव से निपटने के लिए ‘हाई-पावर डेमोग्राफी मिशन’ की शुरुआत। -
जीएसटी सुधार:
आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स में भारी कटौती का ऐलान, जिसे पीएम ने “डबल दिवाली” करार दिया। -
समुद्र मंथन मिशन:
गहरे समुद्र में तेल और गैस खोज के लिए राष्ट्रीय मिशन की शुरुआत, साथ ही समुद्री खनिज और अनुसंधान में निवेश। -
रक्षा और अंतरिक्ष आत्मनिर्भरता:
स्वदेशी जेट इंजन, अंतरिक्ष स्टेशन और गगनयान मिशन के लिए युवाओं और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन। -
परमाणु ऊर्जा विस्तार:
2047 तक परमाणु ऊर्जा क्षमता में 10 गुना वृद्धि का लक्ष्य, 10 नए रिएक्टर निर्माणाधीन। -
ऊर्जा विविधीकरण:
सौर, हाइड्रोजन, जलविद्युत और परमाणु ऊर्जा में निवेश, आयात पर निर्भरता घटाने का संकल्प। -
सुधार टास्क फोर्स:
10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए नीतिगत और कानूनी ढांचे का आधुनिकीकरण।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि भारत का लक्ष्य 2047 तक विकसित राष्ट्र बनना है, और इसके लिए हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता ही रास्ता है।