मुंबई: कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 424 अंक टूटकर 75,311.06 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 0.61% गिरकर 22,772.55 के स्तर पर क्लोज हुआ। प्रमुख सेक्टर्स में बिकवाली देखी गई, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
गिरावट के पीछे ये रहे बड़े कारण
- अमेरिकी टैरिफ नीतियों का असर:
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा संभावित टैरिफ बढ़ोतरी की चेतावनी ने वैश्विक बाजारों में हलचल मचा दी, जिससे भारतीय शेयर बाजार पर भी दबाव आया। - विदेशी निवेशकों की निरंतर बिकवाली:
इस महीने एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशकों) द्वारा लगातार निकासी के कारण बाजार में अस्थिरता बनी हुई है। - कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें:
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ने से महंगाई की चिंताएं बढ़ीं, जिससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। - चीनी बाजारों की बढ़त:
चीन के शेयर बाजारों में मजबूती से भारतीय बाजार दबाव में आ गए, जिससे निवेशकों में अस्थिरता देखी गई। - अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति:
ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें कम होने से वैश्विक निवेशकों का रुख सतर्क हो गया।
टॉप गेनर्स और लूजर्स: किन शेयरों में रहा उतार-चढ़ाव?
52-हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंचे शेयर
कंपनी | शेयर प्राइस | बदलाव |
---|---|---|
रेडिंगटन | ₹251.85 | +0.95% |
यूपीएल | ₹645.50 | -0.28% |
नारायण हृदयालय | ₹1,393 | -0.86% |
52-हफ्ते के न्यूनतम स्तर पर पहुंचे शेयर
कंपनी | शेयर प्राइस | बदलाव |
---|---|---|
टाटा कम्युनिकेशंस | ₹1,450 | -2.44% |
इंडियामार्ट | ₹2,021 | -2.35% |
सेरा सेनेटरी | ₹5,827 | -2.00% |
केएनआर कंस्ट्रक्शन्स | ₹233.80 | -1.69% |
किर्लोस्कर ऑयल | ₹584.50 | -1.65% |
सनोफी इंडिया | ₹5,086 | -1.60% |
ग्रिंडवेल नॉर्टन | ₹1,511 | -1.07% |
खरीदारी और बिकवाली वाले शेयर
- सिर्फ खरीदे जाने वाले शेयर:
आईटीआई लिमिटेड ₹282.65 (+5.00%) - सिर्फ बेचे जाने वाले शेयर:
कोई प्रमुख शेयर नहीं रहा।
रुपये का हाल:
शुक्रवार को भारतीय रुपया 86.71 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ, जो गुरुवार के 86.66 प्रति डॉलर के मुकाबले हल्की गिरावट दर्शाता है।
बाजार का साप्ताहिक प्रदर्शन:
- निफ्टी में लगातार तीसरी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई।
- पिछले 13 सत्रों में से 12 में गिरावट आई है।
- फरवरी में निफ्टी ऑटो इंडेक्स में करीब 6% की गिरावट देखी गई।
निष्कर्ष:
विदेशी निवेशकों की बिकवाली, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें और अमेरिकी नीतियों से जुड़े अनिश्चित माहौल ने भारतीय शेयर बाजार को दबाव में ला दिया है। अगले हफ्ते बाजार की चाल वैश्विक संकेतों, महंगाई के आंकड़ों और फेडरल रिजर्व की नीतियों पर निर्भर करेगी।