देहरादून, 11 जून – उत्तराखंड को मॉनसून के लिए अभी कुछ और दिनों तक इंतजार करना पड़ेगा। पहले अनुमान था कि 11 जून को राज्य में मानसून की दस्तक होगी, लेकिन मौसम विभाग ने अब अगले 72 घंटों के भीतर इसके पहुंचने की संभावना जताई है। हालांकि, कुमाऊं क्षेत्र में प्री-मानसून बारिश की शुरुआत हो गई है, जिससे कुछ हद तक लोगों को राहत मिली है।
कुमाऊं में शुरू हुई बारिश, गढ़वाल भी होगा प्रभावित
मौसम विभाग के अनुसार, 11 जून से कुमाऊं के कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। पिथौरागढ़, चंपावत और बागेश्वर में तेज बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, गढ़वाल मंडल के चमोली जिले में भी वर्षा की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी 13 और 14 जून को भी राज्य के कई हिस्सों में वर्षा जारी रह सकती है।
बीते दो दिन रहे बेहद गर्म, मैदानी इलाकों में उमस का कहर
राज्य में पिछले 48 घंटे काफी गर्म और उमस भरे रहे हैं। खासकर देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर जैसे मैदानी जिलों में तापमान बढ़ने के साथ-साथ भारी उमस ने लोगों को परेशान किया। हालांकि कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई, लेकिन व्यापक राहत अभी भी नहीं मिली है। मौसम विभाग ने शाम के समय हल्की फुहारों की संभावना जताई है, जिससे तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है।
मानसून की देरी: अब 15 जून के बाद आने की संभावना
मौसम वैज्ञानिकों ने पहले कहा था कि देश में मानसून की दस्तक के बाद यह 11 जून तक उत्तराखंड पहुंच जाएगा। लेकिन वर्तमान अनुमान के अनुसार, अब 15 जून या इसके बाद ही मानसून के राज्य में प्रवेश की संभावना है। इस बदलाव के पीछे मौसम तंत्रों की धीमी गति और हवा के दबाव में हो रहे उतार-चढ़ाव को मुख्य कारण बताया गया है।
आसमान में बादल, लेकिन राहत नहीं पूरी
देहरादून सहित गढ़वाल मंडल में बादलों की आवाजाही देखी जा रही है। हालांकि बादल छाने के बावजूद गर्मी और उमस की स्थिति जस की तस बनी हुई है। मौसम विभाग ने यह भी बताया कि जैसे-जैसे मानसून नजदीक आएगा, बारिश की तीव्रता बढ़ेगी और लोगों को राहत महसूस होगी।
लोगों से सावधानी बरतने की अपील
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि मौसम में अचानक बदलाव को ध्यान में रखते हुए सावधानी बरतें। बारिश के दौरान जलभराव और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन जैसी संभावनाओं को लेकर सतर्क रहना जरूरी है।