नई दिल्ली, 21 जून 2025: विश्व बाजार में भू-राजनीतिक तनाव के बीच भारत में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट लगातार चौथे दिन दर्ज की गई है। निवेशकों ने इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष के कारण अपने अन्य नुकसान की भरपाई के लिए बुलियन में की गई निवेश की स्थिति को कम कर दिया है। इस वजह से कीमती धातुओं की कीमतें एक सप्ताह के निचले स्तर तक आ गई हैं और यह तीन सप्ताह में पहली बार साप्ताहिक गिरावट की ओर इशारा कर रही है।
मुंबई में सोने की कीमतों में गिरावट
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में शुक्रवार को 22 कैरेट सोने की कीमत 92,100 रुपये प्रति 10 ग्राम रही, जबकि 24 कैरेट सोना 1,00,480 रुपये प्रति 10 ग्राम पर दर्ज किया गया। वहीं, चांदी की कीमत भी घटकर 1,12,100 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। यह कीमतें हाजिर दरें हैं, जिनमें मेकिंग चार्ज और 3 प्रतिशत जीएसटी शामिल नहीं है।
अन्य शहरों में भी सोने की कीमतों में कमी
देश के प्रमुख महानगरों में भी सोने की कीमतों में समान प्रवृत्ति देखने को मिली। दिल्ली और जयपुर में 22 कैरेट सोना 92,250 रुपये और 24 कैरेट सोना 1,00,630 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा। अहमदाबाद और पटना में 22 कैरेट की कीमत 92,150 रुपये और 24 कैरेट की कीमत 1,00,530 रुपये रही। हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु और कोलकाता में भी यही स्तर देखा गया।
बाजार में निवेशकों की सतर्कता
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमतों में यह गिरावट निवेशकों की रणनीति में बदलाव के कारण आई है। भू-राजनीतिक तनाव के शुरुआती दौर में सोने की मांग तेजी से बढ़ी थी, क्योंकि निवेशक इसे सुरक्षित विकल्प के रूप में देखते हैं। लेकिन अब, जैसे-जैसे बाजार ने स्थिति को स्थिर मानना शुरू किया है, निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी है, जिससे कीमतों पर दबाव बना है।
आगे कैसा रहेगा रुख?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यदि पश्चिम एशिया में तनाव और गहराता है तो सोने की कीमतें फिर से ऊपर जा सकती हैं। हालांकि फिलहाल निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं और तेजी से पोजिशन क्लियर कर रहे हैं, जिससे बुलियन बाजार में कमजोरी नजर आ रही है।
ईरान-इजराइल संघर्ष के बीच भारत में सोने और चांदी की कीमतों में अस्थिरता बनी हुई है। मौजूदा हालात में निवेशक सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं, लेकिन कीमतों में लगातार गिरावट बाजार की अनिश्चितता को दर्शाती है। आने वाले दिनों में वैश्विक घटनाक्रमों के आधार पर इन धातुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।