89 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला का 89 वर्ष की आयु में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। लंबे समय से बीमार चल रहे चौटाला ने शुक्रवार सुबह 11:50 बजे अंतिम सांस ली।
प्रधानमंत्री और नेताओं ने जताया शोक
- पीएम नरेंद्र मोदी: “ओम प्रकाश चौटाला जी के निधन से दुख हुआ। वे हरियाणा की राजनीति में वर्षों तक सक्रिय रहे और चौधरी देवीलाल जी के कार्यों को आगे बढ़ाने का प्रयास किया।”
- हरियाणा के सीएम नायब सैनी: “ओम प्रकाश चौटाला का निधन प्रदेश और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।”
- पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा: “उनकी कमी को पूरी नहीं किया जा सकता। मेरे उनके साथ व्यक्तिगत संबंध थे।”
- केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल: “चौटाला जी के योगदान को प्रदेश हमेशा याद रखेगा।”
- रणदीप सुरजेवाला: “यह हरियाणा के लिए एक बड़ी क्षति है।”
ओम प्रकाश चौटाला का राजनीतिक सफर
- राजनीतिक पृष्ठभूमि:
ओम प्रकाश चौटाला का जन्म 1 जनवरी 1935 को सिरसा जिले के चौटाला गांव में हुआ। उनके पिता चौधरी देवी लाल हरियाणा के मुख्यमंत्री और देश के उपप्रधानमंत्री थे। - मुख्यमंत्री के तौर पर सफर:
- चौटाला ने चार बार हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
- 2000 में पूर्ण बहुमत के साथ उनकी सरकार ने 5 साल का कार्यकाल पूरा किया।
- 1989 से 1991 के बीच उन्होंने 3 बार मुख्यमंत्री पद संभाला, लेकिन हर बार उनका कार्यकाल छोटा रहा।
- महम कांड विवाद:
1990 के महम उपचुनाव में हिंसा और बूथ कैप्चरिंग के आरोपों के चलते उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। बिना विधायक बने मुख्यमंत्री बनने का उनका यह कार्यकाल विवादों में रहा।
चौटाला के निधन से शोक की लहर
हरियाणा के साथ-साथ पूरे देश के राजनीतिक गलियारों में चौटाला के निधन की खबर से शोक की लहर है। उन्हें हरियाणा के विकास और क्षेत्रीय राजनीति में उनकी अहम भूमिका के लिए याद किया जाएगा।
परिवार और समर्थकों को संवेदनाएं
देशभर के नेताओं ने चौटाला के परिजनों और समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उनकी विरासत और योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
ॐ शांति।