देहरादून: पब्लिक रिलेशन्स सोसाइटी ऑफ इंडिया (PRSI) देहरादून चैप्टर ने “सकारात्मक सोच और सजग मन: प्रभावी जनसंपर्क का मूल मंत्र” विषय पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया। यह आयोजन हडको कार्यालय, राजपुर रोड में हडको और आर्ट ऑफ लिविंग के संयुक्त तत्वावधान में सम्पन्न हुआ। सत्र का उद्देश्य जनसंपर्क पेशेवरों को मानसिक शांति, ध्यान और सकारात्मक संवाद के महत्व से परिचित कराना था।
श्वेता गोलानी ने सजगता और ध्यान के लाभों को समझाया
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सुश्री श्वेता गोलानी, जो आर्ट ऑफ लिविंग की वरिष्ठ शिक्षिका हैं और गवर्नमेंट एक्जीक्यूटिव प्रोग्राम (GEP) की उत्तराखंड राज्य निदेशक भी हैं, ने ध्यान और मानसिक सुदृढ़ता पर आधारित व्यावहारिक जानकारियां साझा कीं। उन्होंने कहा कि जनसंपर्क क्षेत्र में संतुलन और सजगता संवाद की गुणवत्ता को बेहतर बनाते हैं और तनावमुक्त माहौल की रचना करते हैं।
संजय भार्गव ने किया संचालन, सराहा पहल को
सत्र का संचालन हडको के क्षेत्रीय प्रमुख श्री संजय भार्गव ने किया। उन्होंने कहा कि कार्यस्थल पर सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक संतुलन की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है। उन्होंने पीआरएसआई देहरादून चैप्टर को इस दिशा में पहल करने के लिए साधुवाद दिया और भविष्य में ऐसे और सत्र आयोजित करने की बात कही।
अध्यक्ष रवि बिजारनियां ने सकारात्मक सोच को बताया जरूरी
पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष श्री रवि बिजारनियां ने कहा कि जनसंपर्क में प्रभावशीलता के लिए सकारात्मक सोच और सजगता बेहद आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि जब हम स्वयं मानसिक रूप से शांत और संतुलित होते हैं, तभी हम दूसरों के साथ सार्थक संवाद कर सकते हैं।
प्रतिभागियों ने अनुभव साझा किए
सत्र में शामिल प्रतिभागियों ने कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी और ज्ञानवर्धक बताया। उन्होंने ध्यान की तकनीकों और सकारात्मक सोच को अपने जीवन और पेशेवर क्षेत्र में अपनाने का संकल्प भी लिया।
धन्यवाद ज्ञापन व सहभागिता
अंत में पीआरएसआई के सचिव श्री अनिल सती ने सभी आमंत्रित अतिथियों, वक्ताओं और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष सुरेश भट्ट, सदस्य वैभव गोयल, आकाश शर्मा, अनिल वर्मा, प्रताप बिष्ट, संजय बिष्ट, पुष्कर नेगी, सुधीर राणा, अमन नैथानी, संजय सिंह, अशोक कुमार, सुनील कुमार और संजय पांडेय समेत कई सदस्य उपस्थित रहे।