कोझिकोड: केरल के कोझिकोड जिले में फेडरल बैंक की पुथियारा शाखा में भारत की पहली क्यूआर कोड आधारित कॉइन वेंडिंग मशीन (QCVM) की स्थापना की गई है। यह मशीन विभिन्न मूल्य के सिक्के जैसे 1, 2, 5 और 10 रुपये प्रदान करती है, जिससे ग्राहकों के लिए सिक्के प्राप्त करना और भी आसान हो गया है।
हालांकि डिजिटल भुगतान ने लेन-देन को सरल बना दिया है, फिर भी लोगों को सिक्कों की आवश्यकता बनी रहती है, विशेषकर छोटे व्यापारियों और दैनिक उपयोग में। क्यूआर कोड आधारित यह मशीन उन लोगों के लिए एक बेहतरीन समाधान है जो आसानी से सिक्के प्राप्त करना चाहते हैं। इसके उपयोग के लिए ग्राहक बस मशीन पर क्यूआर कोड को स्कैन करते हैं और तत्पश्चात आवश्यक सिक्के प्राप्त करते हैं।
मशीन की कार्यप्रणाली
यह कॉइन वेंडिंग मशीन एक कैशलेस सिक्का वितरण प्रणाली है, जिसमें ग्राहक अपने मोबाइल फोन पर मशीन पर क्यूआर कोड को स्कैन करके यूपीआई लेन-देन करते हैं। पहले के पारंपरिक वेंडिंग मशीनें केवल करेंसी नोटों को स्वीकार करती थीं, लेकिन क्यूआर कोड आधारित मशीनें बिना करेंसी नोट दिए सिक्के प्रदान करती हैं।
मशीन को बैंक के सामने स्थित फेड स्टूडियो में लगाया गया है, जहाँ ग्राहक स्क्रीन पर आवश्यक राशि का चयन कर सकते हैं। क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद, ग्राहक अपने पसंदीदा डिजिटल भुगतान ऐप, जैसे गूगल पे, फोन पे या पेटीएम के जरिए भुगतान कर सकते हैं।
स्थानीय समुदाय को लाभ
यह मशीन विशेष रूप से छात्रों और छोटे दुकानदारों के लिए लाभकारी है। छात्रों को बस किराए में छूट का लाभ उठाने के लिए सिक्कों की आवश्यकता होती है, जबकि दुकानदारों को अपने लेन-देन के लिए सिक्कों की जरूरत पड़ती है।
फेडरल बैंक के इस कदम से न केवल डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह स्थानीय समुदाय के लोगों के लिए भी एक बड़ी राहत साबित होगा।