योगासन, मलखंभ और लागोरी समेत 7 खेलों को शामिल करने की मांग
उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्य ने राज्य के स्वदेशी खेलों को राष्ट्रीय पहचान दिलाने के उद्देश्य से केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया से मुलाकात की। उन्होंने योगासन, मलखंभ, राफ्टिंग, पावर लिफ्टिंग, स्पीड क्लाइम्बिंग, कराटे और लागोरी को नेशनल गेम्स के कोर ग्रुप में शामिल करने का आग्रह किया। केंद्रीय खेल मंत्री ने इस पर सकारात्मक रुख दिखाते हुए आश्वासन दिया।
38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी पर जताया आभार
दिल्ली में आयोजित बैठक के दौरान रेखा आर्य ने उत्तराखंड को 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी सौंपे जाने के लिए केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने आयोजन की तैयारियों और इससे जुड़ी योजनाओं पर भी चर्चा की।
स्थानीय खेलों को नेशनल प्लेटफॉर्म पर लाने की पहल
रेखा आर्य ने कहा कि उत्तराखंड के पारंपरिक खेल जैसे योगासन और मलखंभ राज्य की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं। इन खेलों को नेशनल गेम्स में शामिल करने से न केवल राष्ट्रीय खेलों की विविधता बढ़ेगी बल्कि राज्य के खिलाड़ियों को भी बड़ा मंच मिलेगा।
स्थानीय खेलों के लिए नए रास्ते खुले
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान रेखा आर्य ने कहा कि भारतीय ओलंपिक संघ और अंतरराष्ट्रीय खेल संघ के नियमों के तहत स्थानीय खेलों को नेशनल गेम्स में जगह दी जा सकती है। उन्होंने बताया कि रांची, गुजरात और गोवा में आयोजित पिछले तीन नेशनल गेम्स में उत्तराखंड के स्थानीय खेलों का प्रदर्शन हुआ था। अब इन्हें कोर गेम्स में शामिल किए जाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
उत्तराखंड की मेडल टैली में सुधार की उम्मीद
खेल मंत्री ने कहा कि यदि राज्य के मूल खेलों को नेशनल गेम्स में शामिल किया जाता है, तो उत्तराखंड की मेडल टैली में सुधार होगा और राज्य को खेलों में नई पहचान मिलेगी।
खेलों की विविधता और समृद्धि को मिलेगा बढ़ावा
यह पहल न केवल उत्तराखंड के खिलाड़ियों के लिए नए अवसर खोलेगी बल्कि राष्ट्रीय खेलों में सांस्कृतिक और खेल विविधता को भी समृद्ध करेगी।