उत्तराखंड

धराली आपदा: एनडीएमए की दूसरे दिन समीक्षा, हरसंभव मदद का आश्वासन और राडार लगाने की घोषणा

धराली आपदा में राहत कार्य तेज़, एनडीएमए का विशेष दल करेगा अध्ययन, उत्तराखंड में लगेंगे तीन नए डॉप्लर राडार

देहरादून/धराली:
धराली और आसपास के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के विभागाध्यक्ष एवं सदस्य सचिव राजेंद्र सिंह ने लगातार दूसरे दिन बैठक की। उन्होंने ग्राउंड जीरो की स्थिति, रेस्क्यू अभियान की प्रगति, सड़क, संचार और बिजली आपूर्ति बहाली के प्रयासों की जानकारी ली और राज्य को केंद्र से हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया।

सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन ने बताया कि कई स्थानों पर सड़क बाधित होने के कारण रेस्क्यू टीमों और उपकरणों को मौके तक पहुंचाने में मुश्किलें आ रही हैं, लेकिन हवाई सेवाओं के जरिए हर्षिल घाटी से फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। एनडीएमए ने डोजर, ग्राउंड पेनिट्रेटिंग राडार सहित आवश्यक उपकरण एयरलिफ्ट कर भेजने और वायुसेना के एमआई-17 व चिनूक हेलीकॉप्टर के जरिए तैनाती करने का निर्णय लिया।

राजेंद्र सिंह ने मिलिट्री और सिविल कमांड पोस्ट को सक्रिय करने, प्रभावित क्षेत्रों को सेक्टर में बांटकर राहत दलों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ऑनलाइन जुड़े।

उन्होंने बताया कि जल्द ही एक विशेषज्ञ दल इस आपदा का अध्ययन करने उत्तराखंड भेजा जाएगा। साथ ही वित्त आयोग से विशेष प्रावधानों की सिफारिश कर राज्य में पुनर्निर्माण कार्यों के लिए धन की कमी न होने देने का भरोसा भी दिया।

मौसम पूर्वानुमान में सुधार के लिए पहल
एनडीएमए ने हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर और औली में एक-एक डॉप्लर राडार लगाने की घोषणा की है। इसके अलावा, मिशन मौसम के तहत राज्य के अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर भी राडार स्थापित किए जाएंगे, जिससे मौसम पूर्वानुमान की सटीकता बढ़ेगी।

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