चेन्नई: चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ ने शनिवार शाम तमिलनाडु के तटीय इलाकों में लैंडफॉल करना शुरू कर दिया, जिससे तेज़ हवाओं और भारी बारिश ने चेन्नई समेत कई क्षेत्रों को प्रभावित किया। इसके चलते चेन्नई एयरपोर्ट को भारी जलभराव और प्रतिकूल मौसम के कारण 1 दिसंबर की सुबह 4 बजे तक बंद कर दिया गया है। एयरपोर्ट बंद होने से 55 उड़ानें रद्द कर दी गईं और 19 उड़ानों का मार्ग बदल दिया गया, जिससे बड़ी संख्या में यात्री फंसे हुए हैं।
एयरपोर्ट सेवाएं प्रभावित
चेन्नई हवाई अड्डे ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम स्थिति पर नजर बनाए हुए है। इस दौरान सुरक्षा कारणों से शनिवार दोपहर 12:30 बजे से शाम 7 बजे तक हवाई सेवाओं को स्थगित कर दिया गया। रनवे और टैक्सीवे पर जलभराव के कारण उड़ानों का संचालन असंभव हो गया।
भारी बारिश और तबाही का मंजर
तमिलनाडु के कई हिस्सों में शुक्रवार रात से ही भारी बारिश हो रही है, जिससे चेन्नई के उपनगरीय इलाकों समेत कई जगहों पर जलभराव हो गया। क्रोमपेट के सरकारी अस्पताल और अन्य निचले इलाकों में पानी भर गया, जबकि 9 पेड़ गिरने की सूचना मिली है। इनमें से 5 पेड़ों को हटा दिया गया है।
एक व्यक्ति की करंट लगने से मौत
चेन्नई के मन्नाडी इलाके में बाढ़ग्रस्त सड़क पर एटीएम की रेलिंग छूने से चंदन (20) नामक मजदूर को करंट लग गया, जिससे उसकी मौत हो गई। वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला था और पैसे निकालने के लिए पानी से भरी सड़क पर चल रहा था।
मुख्यमंत्री ने की समीक्षा
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने राज्य आपातकालीन केंद्र में शीर्ष अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि संभावित क्षति को कम करने के लिए शिविर स्थापित किए गए हैं और प्रभावित क्षेत्रों में भोजन वितरित किया जा रहा है। साथ ही ग्रेटर चेन्नई निगम के 22,000 कर्मचारी जलभराव हटाने और अन्य आपात सेवाओं में जुटे हैं।
रेल और परिवहन सेवाओं पर असर
रेलवे अधिकारियों ने उपनगरीय ट्रेन सेवाओं को कम आवृत्ति पर संचालित करने का निर्णय लिया, जबकि एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में देरी दर्ज की गई। चेन्नई मेट्रो ने अपनी सेवाओं को सुचारू रूप से जारी रखा है।
लोगों को सतर्क रहने की सलाह
सरकार ने 30 नवंबर को सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी है और आईटी कंपनियों से अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा देने का अनुरोध किया है। नागरिकों को सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।
चक्रवात के चलते चेन्नई और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है, लेकिन सामान्य जनजीवन फिलहाल बुरी तरह प्रभावित है।