देहरादून/दिल्ली – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इन दिनों राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के दौरे पर हैं, जहां वे राज्य के विकास से जुड़ी विभिन्न योजनाओं पर केंद्र सरकार से सहयोग की मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में 29 अप्रैल को मुख्यमंत्री ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू से मुलाकात की और उत्तराखंड में हवाई सेवाओं को बेहतर बनाने को लेकर विस्तृत चर्चा की।
देहरादून और पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तार की मांग
मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून स्थित जॉली ग्रांट एयरपोर्ट और कुमाऊं क्षेत्र के प्रमुख पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तार कार्य को तेजी से पूरा करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि इन दोनों हवाई अड्डों का सुदृढ़ विकास न केवल आम नागरिकों के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि राज्य के पर्यटन क्षेत्र को भी मजबूती मिलेगी।
उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ को जोड़ने पर जोर
सीएम धामी ने केंद्रीय मंत्री से अनुरोध किया कि सीमावर्ती जिलों उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ की हवाई पट्टियों से दिल्ली के लिए सीधी हवाई सेवाएं शुरू की जाएं। उन्होंने बताया कि ये दोनों जिले रणनीतिक दृष्टि से बेहद अहम हैं, जहां सैन्य गतिविधियां भी होती रहती हैं। ऐसे में इन इलाकों की एयर कनेक्टिविटी को मजबूत करना समय की मांग है।
सीमांत क्षेत्रों को हवाई नेटवर्क से जोड़ने का सुझाव
मुख्यमंत्री ने धारचूला और मुनस्यारी जैसे सीमांत क्षेत्रों को भी हवाई सेवाओं से जोड़ने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि ये पहाड़ी इलाके पर्यटन की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और यदि इन्हें उड़ान सेवा से जोड़ा जाता है, तो यहां के नागरिकों को तो राहत मिलेगी ही, साथ ही पर्यटकों की संख्या में भी इज़ाफा होगा।
आपदा प्रबंधन में मददगार होगी एयर कनेक्टिविटी
मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि उत्तराखंड जैसे आपदा-प्रवण राज्य में हवाई नेटवर्क की मजबूती आपातकालीन स्थितियों में राहत कार्यों को तेज करने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि अच्छी एयर कनेक्टिविटी से आपदा के समय जान-माल की क्षति को कम किया जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री को चारधाम यात्रा का निमंत्रण
मुलाकात के दौरान सीएम धामी ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू को चारधाम यात्रा में शामिल होने का भी निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा उत्तराखंड की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है, जिसे हर नागरिक को अनुभव करना चाहिए।
यह बैठक उत्तराखंड के हवाई विकास की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है, जिससे राज्य की दूरदराज की आबादी को सुविधा और सुरक्षा दोनों मिलेगी।