रामनगरी अयोध्या में ऐतिहासिक प्रगति:
161 फीट ऊंचे भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। इस मंदिर के पांच मंडपों में से एक, रंग मंडप का शिखर पूरी तरह तैयार हो गया है। बुधवार को समर शिखर का निर्माण पूरा होने पर लोगों ने इसकी भव्यता को देखकर मंत्रमुग्ध होने की बात कही। नागर शैली में बन रहा यह मंदिर उत्तर भारत का पहला छह शिखर वाला सबसे सुंदर और भव्य पत्थरों का मंदिर होगा।
नागर शैली की उत्कृष्टता:
मंदिर का निर्माण लोअर प्लीथ से लेकर शिखर तक नागर शैली में किया जा रहा है। दीवारों पर उकेरे गए फूल-पत्तों और देवी-देवताओं की मूर्तियां इसकी अद्वितीय कलात्मकता को दर्शाती हैं। मंदिर के ग्राउंड फ्लोर, प्रथम और द्वितीय तल का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि पांच शिखरों का कार्य अंतिम चरण में है।
अद्भुत शिखर और मंडप:
मंदिर में पांच शिखर—रंग मंडप, नृत्य मंडप, गूढ़ मंडप, और उत्तर व दक्षिण दिशा में दो कीर्तन मंडप बनाए जा रहे हैं। इन शिखरों पर तैयार पत्थरों को तराशने का कार्य जारी है। दूर से ही यह संरचना अद्भुत और अलौकिक प्रतीत होती है।
देश के कारीगरों और इंजीनियरों का योगदान:
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अनुसार, यह उत्तर भारत का पहला पत्थरों का मंदिर है जिसे बनाने में देश के शीर्ष इंजीनियर और शिल्पकार बीते दो वर्षों से दिन-रात काम कर रहे हैं। इस भव्य मंदिर के निर्माण से अयोध्या को एक नई पहचान मिलेगी और यह भारतीय संस्कृति का प्रतीक बनेगा।