अमरावती: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभा स्थल से महज 6 किलोमीटर दूर आंध्र प्रदेश के अमरावती में एक भीषण आग लग गई। यह घटना तब हुई जब प्रधानमंत्री ने राज्य के पुनर्निर्माण कार्यों का उद्घाटन किया था। आग ने निर्माण कार्य में इस्तेमाल हो रहे एल एंड टी के पाइपों को जलाकर लाखों रुपये का नुकसान पहुंचाया है। इस हादसे ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
आग से हुए नुकसान का आकलन
आग लगने के बाद घटनास्थल पर अग्निशमन विभाग ने कई दमकल की गाड़ियों को भेजा, जिनमें नंदयाला, कादिरी और आसपास के इलाकों से गाड़ियां शामिल थीं। लेकिन जब तक आग पर काबू पाया गया, 941 पाइप जलकर राख हो चुके थे। इनमें से कुछ पाइप पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। अनुमान के अनुसार, आग में जलकर नष्ट हुए पाइपों की कीमत लगभग ₹3.5 करोड़ है। इसके अलावा, आग के पास ही ₹10 करोड़ के और पाइप रखे हुए थे, लेकिन दमकल विभाग ने इस आग को अन्य भंडारण क्षेत्रों में फैलने से रोक दिया।
जांच जारी, साजिश की संभावना
आग के कारणों की जांच के लिए फोरेंसिक टीमों को घटनास्थल पर भेजा गया है। उन्होंने जले हुए पाइपों और अन्य साक्ष्यों के नमूने इकट्ठा किए हैं। पुलिस अधिकारी इस घटना को आकस्मिक कारणों से लेकर जानबूझकर की गई घटनाओं तक विभिन्न पहलुओं से जांच रहे हैं। अब तक किसी भी कंपनी के प्रतिनिधि ने इस घटना के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
प्रधानमंत्री मोदी के सभा स्थल से इतनी नजदीकी पर यह आग लगने से सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। इस घटना ने संभावित खतरों को लेकर सुरक्षा उपायों की समीक्षा की आवश्यकता को महसूस कराया है। जांच जारी है और अधिकारियों ने पूरी स्थिति का गहराई से अध्ययन करने का आश्वासन दिया है।