उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस स्मृति दिवस पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि, उत्तराखण्ड पुलिस के लिए की कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ

मुख्यमंत्री ने कहा—“राज्य सरकार पुलिस बल को अधिक सक्षम, संसाधनयुक्त और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध”

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस स्मृति दिवस पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि

देहरादून, 21 अक्टूबर 2025 — मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को पुलिस लाइन्स, देहरादून में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने पुलिस एवं अर्द्धसैन्य बलों के शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और शहीद जवानों के परिजनों को सम्मानित किया।


मुख्यमंत्री की प्रमुख घोषणाएँ

राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड पुलिस के लिए कई कल्याणकारी घोषणाएँ कीं—

  • उत्तराखण्ड पुलिस के समस्त कार्मिकों को रजत जयंती पदक प्रदान किया जाएगा।

  • आगामी तीन वर्षों तक प्रत्येक वर्ष ₹100 करोड़ पुलिस कर्मियों के आवासीय भवन निर्माण हेतु दिए जाएंगे।

  • पुलिस कल्याण निधि को ढाई करोड़ से बढ़ाकर साढ़े चार करोड़ रुपये किया गया।

  • एसडीआरएफ के लिए 5 नए बैरकों का निर्माण—भवाली, नैनीताल, काण्डा, बागेश्वर, नैनीडांडा, पौड़ी, धुमाकोट, घनसाली, टिहरी व सतपुली में।


पुलिस बल के योगदान की सराहना

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी हमारे पुलिस बलों पर है। बीते वर्ष देशभर में 186 पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों के जवानों ने बलिदान दिया, जिनमें उत्तराखंड के 4 वीर सपूत भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि “राज्य सरकार पुलिस व्यवस्था को और अधिक सक्षम और संसाधनयुक्त बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।”


पुलिस बल के आधुनिकीकरण पर बल

मुख्यमंत्री ने बताया कि—

  • राज्य के प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क के अंतर्गत QRT टीम गठित की गई है।

  • पिछले तीन वर्षों में ₹500 करोड़ की राशि से पुलिस भवनों का निर्माण किया गया है।

  • 688 आवासीय भवनों का कार्य प्रगति पर है और 120 नए आवासों का निर्माण प्रारंभ होने जा रहा है।

  • स्मार्ट पुलिसिंग के तहत बैरक, मैस और कार्यस्थलों के आधुनिकीकरण के लिए पर्याप्त बजट प्रदान किया गया है।

  • नए आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन हेतु ₹5 करोड़ की राशि जारी की गई है।

  • सभी पुलिस कर्मियों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।


पदोन्नति, प्रशिक्षण और नई भर्तियाँ

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मियों की पदोन्नति प्रक्रिया को समयबद्ध किया गया है।

  • इस वर्ष 356 कर्मियों को पदोन्नति, और 115 पदों पर प्रक्रिया जारी।

  • 215 कर्मियों को विशिष्ट सेवा पदक एवं सम्मान चिन्ह प्रदान किए गए हैं।

  • पीटीसी नरेंद्र नगर को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जा रहा है, जहाँ AI और साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

  • डीएसपी, उप निरीक्षक और 2000 सिपाही पदों पर भर्ती प्रक्रिया गतिमान है।


साइबर अपराध और नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई

मुख्यमंत्री ने कहा कि बदलते तकनीकी दौर में पुलिस की भूमिका और भी चुनौतीपूर्ण है।

  • राज्य में त्रिस्तरीय एंटी नारकोटिक फोर्स गठित की गई है, जिसने तीन वर्षों में 6199 नशा तस्करों पर कार्रवाई कर ₹275 करोड़ से अधिक के मादक पदार्थ जब्त किए हैं।

  • साइबर अपराध के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई करते हुए 63 करोड़ रुपये से अधिक की राशि पीड़ितों को लौटाई गई है।

  • उन्होंने कहा कि “AI के इस युग में पुलिस को साइबर अपराध से निपटने के लिए तकनीकी रूप से दक्ष बनाना अनिवार्य है।”


पुलिस के मानवीय पहल पर जोर

मुख्यमंत्री ने मृतक पुलिस कर्मियों के परिजनों के लिए 136 आश्रित परिवारों को नियुक्तियाँ देने की जानकारी दी।
खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने हेतु पुलिस विभाग में खेल कोटे से भर्ती का प्रावधान किया गया है।
साथ ही उन्होंने पुलिस अधिकारियों से आग्रह किया कि “मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाएँ।”


पुलिस की सेवाओं की सराहना

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष उत्तराखण्ड पुलिस ने—

  • कांवड़ यात्रा में 4 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं,

  • चारधाम यात्रा में 50 लाख से अधिक भक्तों को सुरक्षित दर्शन कराए।
    उन्होंने कहा कि “भौगोलिक व सामरिक दृष्टि से संवेदनशील राज्य में, पुलिस का समर्पण और साहस अनुकरणीय है।”

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