मुंबई: वैश्विक स्तर पर मध्य पूर्व में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के चलते मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता बनी रही। 18 जून को बेंचमार्क सूचकांकों में हल्की गिरावट दर्ज की गई, जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही मामूली नुकसान के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स में 138.64 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, जिसके बाद यह 81,444.66 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी भी 41.35 अंक लुढ़ककर 24,812.05 पर आ गया। कुल मिलाकर, बाजार में 1486 शेयरों में बढ़त, 2342 में गिरावट और 131 शेयरों में कोई विशेष बदलाव नहीं देखा गया।
इस गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक अनिश्चितताओं और निवेशकों के सतर्क रुख को माना जा रहा है। सेंसेक्स में पावर ग्रिड, कोटक महिंद्रा बैंक, इंफोसिस, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, एनटीपीसी और एक्सिस बैंक जैसे प्रमुख शेयर लाल निशान पर नजर आए। दूसरी ओर, इंडसइंड बैंक, एचसीएल टेक, सन फार्मा जैसे शेयरों में कुछ मजबूती देखने को मिली।
52-सप्ताह का उच्चतम स्तर छूने वाले शेयर
बाजार में कुछ कंपनियों ने मजबूत प्रदर्शन करते हुए अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर को छू लिया। इनमें ऑथम इन्वेस्टमेंट का शेयर 2,554 रुपये पर 4.80% की तेजी के साथ, ऑ स्मॉल फाइनेंस बैंक का शेयर 794 रुपये पर 2.69% की तेजी, और रेडिंगटन का शेयर 298.25 रुपये पर 0.97% ऊपर बंद हुआ। वहीं नवीन फ्लोरीन, एमसीएक्स इंडिया, आदित्य बिड़ला कैपिटल और मैक्स फाइनेंशियल के शेयरों में भी हल्की बढ़त दर्ज की गई।
रुपये में कमजोरी
भारतीय रुपया भी बुधवार को दबाव में नजर आया। यह 23 पैसे कमजोर होकर 86.47 प्रति अमेरिकी डॉलर पर बंद हुआ, जबकि इससे पिछले कारोबारी दिन यह 86.24 प्रति डॉलर था। यह गिरावट डॉलर की बढ़ती मांग और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के कारण आई है।
कीमती धातुओं के दाम में गिरावट
सोने और चांदी की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई। 22 कैरेट सोने की कीमत घटकर 92,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई, जबकि 24 कैरेट सोना अब 1,00,910 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है। चांदी की कीमत भी गिरकर 1,11,000 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।
इस प्रकार, वैश्विक संकेतों और घरेलू बाजार की गतिविधियों ने निवेशकों के मन में सतर्कता का माहौल बना रखा है। अगले कुछ दिनों में कच्चे तेल और अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुख पर निवेशकों की नजर बनी रहेगी।