नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर के पूर्व पति और सोना कॉमस्टार के चेयरमैन संजय कपूर का निधन इंग्लैंड में हुआ। एक पोहो खेलते समय उनके मुंह में मधुमक्खी घुसने की वजह से एलर्जिक प्रतिक्रिया हुई और फिर उन्हें हार्ट अटैक आया। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों को उन्हें बचा पाना संभव नहीं हो पाया।
क्षणिक प्रतिक्रिया और लगातार कोशिशों के बावजूद निराशा
बताया जा रहा है कि संजय कपूर अचानक एलर्जिक प्रतिक्रिया में आ गए जब उनके मुंह में मधुमक्खी घुस गई। यह प्रतिक्रिया इतनी तीव्र थी कि उन्हें तुरंत दिल का दौरा पड़ा। एमरजेंसी में अस्पताल ले जाने के बावजूद चिकित्सकीय हस्तक्षेप बेकार साबित हुआ, और संजय कपूर ने अंतिम सांस ली।
बॉलीवुड-उद्योग जगत में शोक की लहर
लेखक और फिल्मों के जानकार सुहेल सेठ ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा,
“संजय कपूर के निधन से गहरा दुख हुआ। उन्होंने इंग्लैंड में अंतिम सांस ली। उनके परिवार और कर्मचारियों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। ओम शांति।”
सोना कॉमस्टार के चेयरमैन रहे संजय कपूर को उद्योग जगत में उनकी योगदान के लिए जाना जाता था। उन्होंने पारंपरिक ऑटोमोबाइल बिजनेस को आधुनिक तकनीकों से सजाया और इसे वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई। उनके इस योगदान के चलते उद्योग जगत में उनके अचानक चले जाने से एक रिक्तता सी बन गई है।
करिश्मा कपूर से तलाक के बाद जीवन
संजय कपूर की पत्नी थीं बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर। दोनों ने 2003 में शादी की थी और दो संतान—समायरा और कियान—हुए थे। इसके बाद 2016 में दोनों का तलाक हो गया, जिसके पहले करिश्मा ने घरेलू हिंसा और मानसिक दबाव के आरोप लगाए थे। तलाक के बाद बच्चों की कस्टडी करिश्मा को मिली और संजय उन्हें मिलने आते रहे। उसके बाद संजय ने प्रिया सचदेव से पुनर्विवाह किया।
हालिया सोशल मीडिया पोस्ट रही चर्चा में
एक दिन पहले संजय कपूर ने ट्विटर पर अहमदाबाद विमान हादसे पर शोक व्यक्त किया था। उन्होंने लिखा था,
“अहमदाबाद विमान हादसे की दुखद खबर से विचलित हूं। मेरी सहानुभूति पीड़ित परिवारों के साथ है। ईश्वर उन्हें शक्ति प्रदान करें।”
अंतिम श्रद्धांजलि और भविष्य की राह
संजय कपूर का उनके उद्योग में योगदान और सामाजिक छवि ने उन्हें एक आदर्श व्यक्ति बनाया। उनके अचानक छोड़कर जाने से उद्योग जगत और उनके निजी संबंधों में शून्यता व्याप्त हो गई है। उनके जाने से व्यापार जगत एक प्रेरणास्रोत खोकर रह गया है।
उनका निधन एक ऐसी क्षणभंगुरता की याद दिलाता है कि जीवन हमेशा योजनाबद्ध नहीं होता। उन्होंने ऑटोमोबाइल सेक्टर में अपार योगदान दिया और नई दिशा दी। उनके सहकर्मी, परिवार और कर्मचारी उनके चले जाने पर गहरे आहत हैं।
इस दुखद समाचार से न केवल करिश्मा कपूर और उनके बच्चों की निजी जिंदगी प्रभावित हुई है, बल्कि पूरे उद्योग और फिल्मी दुनियामें शोक की लहर दौड़ गई है। संजय कपूर को हमेशा उनकी उपलब्धियों, सिद्धांतों और प्रेरक व्यक्तित्व के लिए याद रखा जाएगा।