राम मंदिर की सुरक्षा होगी अभेद्य, अत्याधुनिक बाउंड्री वॉल का निर्माण शीघ्र शुरू
राम मंदिर परिसर की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए जेल से भी मजबूत दीवार बनाने का निर्णय लिया गया है। इस दीवार का निर्माण इंजीनियर इंडिया लिमिटेड के ज़रिए अगले सप्ताह से शुरू होगा और इसे 18 महीनों में पूरा किया जाएगा। इसमें विशेष सेंसर तकनीक का उपयोग होगा, जिससे दीवार से कोई छेड़छाड़ या अवांछित गतिविधि तुरंत पकड़ी जा सकेगी। दीवार की ऊंचाई और मोटाई को विशेष मानकों के अनुसार डिजाइन किया गया है।
6 महीने में मुख्य मंदिर निर्माण होगा पूर्ण, नई योजनाओं पर नहीं होगा काम
राम मंदिर निर्माण समिति की तीन दिवसीय बैठक में अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने जानकारी दी कि मुख्य मंदिर निर्माण कार्य अगले 6 महीनों में पूर्णता की ओर होगा। इसके बाद परिसर में किसी नए निर्माण की योजना नहीं बनाई जाएगी। केवल तीन प्रमुख कार्यों – सुरक्षा दीवार, साधना स्थल और श्रद्धालु सुविधा केंद्र – पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
श्रद्धालुओं के लिए 65 शू रैक और काउंटर, सीएफसी की क्षमता दोगुनी
भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में 65 शू रैक और अन्य सामग्री काउंटर बनाए जाएंगे, ताकि श्रद्धालु अपने जूते-चप्पल और अन्य सामान आसानी से सुरक्षित रख सकें। साथ ही, Central Facility Centre (CFC) की क्षमता को दोगुना करने की योजना पर तेजी से काम चल रहा है।
10 एकड़ में बनेगा शांति और भक्ति का साधना स्थल “पंचवटी”
मंदिर परिसर के अंदर 10 एकड़ क्षेत्र में खुला साधना स्थल विकसित किया जाएगा। इसे “पंचवटी” नाम दिया गया है, जहां वट वृक्षों की छांव में श्रद्धालु ध्यान, पूजन और भजन कर सकेंगे। यह स्थान गेट नंबर 3 और 11 के बीच होगा। खास बात यह है कि वहां के मौजूदा पौधों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा और भूमि की समतलीकरण के लिए परिसर से निकली मिट्टी का ही उपयोग किया जाएगा।
गोस्वामी तुलसीदास की प्रतिमा का अनावरण मंगलवार को
रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास की सफेद संगमरमर से बनी 3.5 फीट ऊंची मूर्ति को यात्री सुविधा केंद्र पर स्थापित किया गया है। इस प्रतिमा का मंगलवार को विधिपूर्वक अनावरण किया जाएगा और श्रद्धालु इसे दर्शन कर सकेंगे।
गर्भगृह में राम दरबार के लिए दरवाजों का कार्य शुरू
राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि प्रथम तल के गर्भगृह में राम दरबार की स्थापना हेतु दरवाजे लगाने का कार्य प्रारंभ हो चुका है। इसके साथ ही लोवर प्लीथ पर भगवान राम के 88 जीवन प्रसंगों पर आधारित म्यूरल भी लगाए जा रहे हैं। यह कार्य मूर्तिकार वासुदेव कामत के निर्देशन में किया जा रहा है।
अयोध्या में विकास और श्रद्धा का संगम
राम मंदिर परिसर न सिर्फ श्रद्धा का केंद्र बन रहा है, बल्कि सुरक्षा, सुविधा और अध्यात्म के संतुलन के साथ एक आधुनिक और सांस्कृतिक विरासत स्थल के रूप में उभर रहा है।